दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा जौहरियों पर 1% एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के फैसले में प्रताड़ना देने के सिवा और कुछ भी नहीं है।
अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र सरकार की इस नयी पालिसी को चुनौती देते हुए कहा, “मैं भी इन्कम टैक्स अफसर रह चूका हूँ और मुझे नहीं पता यह पालिसी किस अफसर या नेता ने बनाई है लेकिन यह पालिसी सिर्फ प्रताड़ना देने के लिए बानी है और कुछ नहीं। इस पालिसी से सिर्फ भ्रष्टाचार बढ़ेगा और नेताओं और अफसरों के जेब में जाएगा, सरकार को कुछ फायदा नहीं मिलने वाला है। जितनी मशीनरी और लोग इस 1% एक्साइज को वसूलने में लगाएंगे उतना ही घाटा होने वाला है।”
केजरीवाल ने केंद्र सरकार की भ्रष्टाचार रोकने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तरीके से सरकार ने 6 या 12 करोड़ का पैमाना रखा है तो इससे सिर्फ करप्शन बढ़ेगा क्योंकि लिमिट के अंदर दिखाने के लिए फ़र्ज़ी बिल बनवाये जाएंगे।
केजरिवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने 2012 में यूपीए सरकार से बढ़ी हुई एक्साइज ड्यूटी को वापस लेने की मांग करते हुए ट्वीट किया था जिसे मैंने पिछले दिनों खुद रीट्वीट किया था।’
केजरीवाल ने कहा कि आखिर ऐसी कौन सी परिस्थिति आ गयी की दो साल बाद विपक्ष से सत्ता में आने के बाद उन्हें खुद के फैसले को हटा कर एक्साइज ड्यूटी लगानी पड़ी? ‘ऐसा वह कर रहे हैं तो मोदी जी को साफ़ करना चाहिए कि वह ऐसा फैसला क्यों ले रहे हैं क्योंकि यह किसी को भी समझ मे नहीं आ रहा है।’
केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए चुटकी ली कि केंद्र सरकार टैक्स पर टैक्स लिए जा रही है और हमने दिल्ली के फ्लाईओवर के प्रोजेक्ट्स तय कीमत से कम पर पूरा करके दिखाया।
केजरीवाल ने मोदी की बिहार यात्रा का ज़िक्र करते हुए बताया कि मोदी बिहार के हाजीपुर में एक रेल ब्रिज का उद्घाटन करने गए थे जो 600 करोड़ की लागत से बनना शुरू हुआ था और 3000 करोड़ की लागत में बन कर तैयार हुआ है।
“सरकार के पास पैसा बहुत है लेकिन नियत की कमी है, अगर जिस दिन सरकार में अच्छी नियत आ जाएगी खुद ही सरे बेवजह के टैक्स बंद हो जाएंगे।” केजरीवाल ने कहा।
“यह कोई पाकिस्तान से आएं हुए जोहरी तो है नहीं, अपने देश के हैं और अपने ही देश में रहेंगे। अगर टैक्स बढ़ाने की गलती हो गयी है तो गलती मान कर वापस लो आदेश।”
“सुनार और जौहरी तो देश में ही बनाते हैं अपना सामान तो मेक इन इंडिया करने वालों का गाला को मरोड़ रहे हो आप? क्या अमेरिका से लेकर आओगे मेक इन इंडिया के लिए? उन्हें क्यों फायदा देना?”
“मैं चाहता हूँ कि सरकार अपनी ज़िद्द छोड़ कर टैक्स वापस ले और इस टैक्स के विरोध में और जितनी भी राजनितिक पार्टियां इस टैक्स के विरोध में साथ आएं। मैं एक चिट्ठी भी लिखूंगा प्रधानमंत्री जी को और उनसे आग्रह करूंगा कि वह अपना आदेश वापस लें।”
केजरीवाल ने जौहरियों को भरोसा दिलाया की वह हर मुद्दे पर उनके साथ हैं और उनके ज़रूरतों के लिए हरपल तैयार भी हैं।