पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री ने शुक्रवार को आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि मालूम नहीं क्यों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके पिता की जयंति पर उनके समाधि स्थल पर क्यों नहीं गए। अनिल शास्त्री ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि कोई प्रधानमंत्री शास्त्री को श्रद्धांजलि देने उनके स्थल पर नहीं गया।
अनिल शास्त्री ने कहा, “ मुझे नहीं पता कि पहली बार कोई प्रधानमंत्री शास्त्रीजी को श्रद्धासुमन अर्पित करने उनके समाधि स्थल तक क्यों नहीं गए।”
दरअसल 2 अक्टूबर के दिन महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री दोनों की ही जयंति होती है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘बापू’ के समाधि स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसे लेकर अभी तक पीएमओ की तरफ से कोई सफाई नहीं दी दी गई है।
इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए पीएम पर हमला बोला दिया है। उन्होंने लिखा है, “जय जवान जय किसान का मान बढ़ाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री को नमन करने मोदी नहीं गए। यह तंग सोच और ओछी मानसिकता है।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर के माध्यम से कहा, “मेरी केंद्र सरकार से प्रार्थना है कि शास्त्री जी का जन्मदिन भी गांधी जी की तरह ही officially मनाया जाए।”
आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा, “जय जवान जय किसान का नारा देने वाले स्व.लाल बहादुर शास्त्री की समाधि पर ना जाना मोदी जी की संघी ओछी सोच को दर्शाता है किस अहंकार में हो मोदी?”
वहीं लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री ने कहा, ” ये दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि वह शास्त्रीजी के नारे ‘जय जवान जय किसान’ का इस्तेमाल करते नही थकते लेकिन उन्होंने शास्त्रीजी की समाधि जो गांधीजी की समाधि से 200 मीटर की दूरी पर है पर जाना मुनासिब नही समझा।”