आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस को प्रचंड बहुमत से जीत दिलाने वाले वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने गुरुवार (30 मई) को प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने 46 वर्षीय नेता को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनकी पार्टी को विधानसभा की 175 में से 151 सीटें मिली हैं।

वाईएसआर कांग्रेस ने पांच साल पहले तेलंगाना के गठन के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने एन. चन्द्रबाबू नायडू की तेदेपा को बुरी तरह हराया है। इसके साथ ही, वाईएसआर कांग्रेस ने राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से 22 पर जीत दर्ज की है। रेड्डी ने वियजवाड़ा के आईजीएमसी स्टेडियम में आयोजित समारोह में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर तेलुगू भाषा में शपथ ली। गुरुवार को सिर्फ रेड्डी ने शपथ ली है। उनकी मंत्रिपरिषद सात जून को शपथ लेगी।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव, द्रमुक प्रमुख एम. के. स्टालिन और पुडुचेरी के स्वास्थ्य मंत्री मलादी कृष्ण राव विशेष अतिथि थे। तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री महमूद अली, विधानसभा के अध्यक्ष पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी, मंत्री टी. श्रीनिवास यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
रेड्डी की मां और वाईएसआर की मानद अध्यक्ष वाई एस विजयम्मा, उनकी पत्नी भारती और बहन शर्मिला के अलावा परिवार के अन्य सदस्य भी वहां मौजूद थे।
#YSJaganAneNenu #YSJaganOathCeremony #YSJaganMohanReddy
The Moment every #ysr adorer waited for and carved for.. while #AndhraPradesh people mandated .. ?? #JaganAneNenu pic.twitter.com/TCw77Xw5nn— Ram (@KYADHAV20) May 30, 2019
गौरतलब है कि जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस को आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में 175 सीटों में से 151 सीटों पर और लोकसभा की 25 सीटों में से 22 सीटों पर प्रचंड जीत मिली है। जगनमोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं।
बता दें कि, अभी दो दिन पहले ही जगनमोहन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सात लोक कल्याण मार्ग स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी। मोदी से मुलाकात के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की और राज्य की अहम मांगों पर उनसे सहयोग मांगा। विशेष राज्य का दर्जा वाईएसआर कांग्रेस की अहम मांग है। रेड्डी ने अपने चुनाव प्रचार में कहा था कि वह राष्ट्रीय स्तर पर उस पार्टी को अपना समर्थन देंगे जो आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वायदा करेगी।