महाराष्ट्र के पुणे में 20 वर्षीय एक युवक ने ‘ब्लू व्हेल’ गेम खेलते समय एक टास्क पूरा करने के चक्कर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि ब्लू व्हेल गेम खेलने का आदी था। पुलिस ने फिलहाल पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि युवक की पहचान शहर के लोनीखंड इलाके के कॉमर्स के छात्र दिवाकर माली के तौर पर हुई है। अधिकारी ने कहा, ‘‘बुधवार शाम को फांसी लगाने से पहले, उसने एक पत्र लिखा था जिसमें लिखा था, ‘‘पिंजरे में कैद ‘ब्लैक पैंथर’ अब आजाद है और अब वह हर बंधन से मुक्त है। अंत ।’’
अधिकारी ने कहा कि संदेश संभवत: उसके ऑनलाइन खेल से संबंधित था, जिसमें माली खुद को ‘‘ब्लैक पैंथर’’ बता रहा था। माली की मां ने भी उसकी फोन की लत के बारे में बताया और बाकी अभिभावकों से अपने बच्चों के फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने की अपील की। ब्लू व्हेल’ गेम के चलते कई लोगों के आत्महत्या करने के मामले पहले भी सामने आए हैं।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही ब्लू व्हेल गेम का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। मदुरई के रहने वाले 73 साल के एडवोकेट पोन्नियम ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की थी कि कोर्ट जानलेवा ब्लू व्हेल गेम पर रोक लगाए। पोन्नियम ने अपनी याचिका में कहा था कि ब्लू व्हेल गेम को लेकर अलग-अलग अदालतों में मुकदमे चल रहे हैं लेकिन अभी तक इस पर रोक नही लग पाई है। जिसकी वजह से बच्चों द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। (इंपुट: भाषा के साथ)