फसल ऋण मोचन योजना के तहत योगी सरकार के राज्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को 5 हजार किसानों को कर्जमाफी का सर्टिफिकेट बांटा। योगी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में जिस तरह का घालमेल सामने आया है उससे किसान हैरान हैं। किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का 40 पैसे कर्ज माफ किया गया है, कर्जमाफी की रकम देख किसानों में नाराजगी है।
ताबड़तोड़ तरीके से किसान ऋण माफी पत्र बांटने वाली राज्य सरकार ने इटावा के एक किसान के केवल 3 रुपए ही माफ किए है, जिस पर करीब एक लाख रुपये का कर्ज है। इतना ही नहीं इनमें किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का 84 पैसे तो किसी का 250 रुपए कर्ज माफ करने का सर्टिफिकेट दिया गया, जिसे देखकर सब हैरान है।
वहीं किसानों का कहना है कि ये गरीबी का मजाक उड़ाया गया है। बता दें, योगी सरकार ने यूपी के किसानों के कर्ज माफी के लिए 36 हजार 359 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। जबकि सरकार की और से इस पर सफाई देते हुए कहा गया कि सर्टिफिकेट में कुछ मिसप्रिंट हो गया होगा, जिसकी जांच करवाई जाएगी।
इसके बाद सोशल मीडिया पर योगी सरकार को निशाने पर ले लिया गया। फेसबुक ट्वीटर पर लोगों ने सरकार की खिचाई करते हुए अपने विचार व्यक्त किए जो वायरल हो गए।
तेल 72रुपये हो गये है पात्रा गैस को भी नहीं बक्सा bjp ने ,5.7विकास दर ला दी,किसान को 10-30रु कर्जमाफी दे रहे योगी वाह EVMकी सरकार
— Chandrahas (@Chandra90869406) September 13, 2017
स्टेज पर समारोह द्वारा कर्जमाफी!!!किसान को जलील किया जा रहा है#उद्योगपति के साथ ऐसा क्यो नही होता??क्यो चुपके से उनका माफ किया जाता हैं
— jkm.kisan (@d_ahlawat) September 13, 2017
यूपी कर्जमाफी से खुला सरकार और बैंको की मिलीभगत से किसानों को डिफाल्टर बनाने का राज
— Brahm Pal Tomar (@brahm_tomar) September 13, 2017
https://twitter.com/shuklapinku/status/907618361378430976
What a cruel joke has been played on #farmers of UP by the BJP Government ! #LoanWaiver #UttarPradesh https://t.co/1ndOZesONV
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 13, 2017
बता दें कि, यूपी 2017 विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो वे किसानों का कर्ज माफ करेंगे। राज्य में बीजेपी की सरकार बनी और योगी आदित्य नाथ मुख्यमंत्री बने, बीजेपी ने अपना वादा निभाते हुए किसानों का कर्ज मांफ करने का ऐलान भी किया।
लेकिन बीजेपी की इस योजना पर इटावा के अधिकारियों ने पानी फेरते हुए गांव के किसानों को तीन रुपये से लेकर 250 रुपये तक के कर्ज माफ का सर्टिफिकेट बांटा।