कर्नाटक की सत्ता हाथ आते ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार (19 मई) को एक बार फिर अपने फॉर्म में आ गए। बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के तुरंत बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी नेताओं के सदस्यों और येदियुरप्पा ने राष्ट्रगान का अपमान किया और राष्ट्रगान के पूरा होने से पहले ही सदन से बाहर चले गए।
राहुल गांधी ने कहा कि देश की जनता ने देखा कि कर्नाटक की विधानसभा में राष्ट्रगान होने से पहले बीजेपी के सदस्य और विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष उठकर सदन से चले गए। ये उनकी निशानी है कि वो हिंदुस्तान की किसी भी संस्था को, चाहे वो सांसद हो, विधानसभा हो, सुप्रीम कोर्ट हो, या कोई और…. वे किसी भी संस्था की इज्जत नहीं करते। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि येदियुरप्पा जी के इस्तीफे के तुरंत बाद जो सदन में जो हुआ उस पर सबकी नजर नहीं गई।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा में हुए सियासी ड्रामे के बाद बीजेपी विधायक और उनके नेता (येदियुरप्पा) राष्ट्रगान से पहले ही उठकर सदन से बाहर चले गए। ये दिखाता है कि वो देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं की धज्जियां उड़ा रही है। बता दें कि सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के आरोपों से जुड़े एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर बीजेपी के नेता लोगों के निशाने पर आ गए हैं।
दरअसल, वायरल हो रहे इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान बज रहा है और बीएस येदियुरप्पा व बीजेपी विधायक सदन से उठकर बाहर जाते दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि कर्नाटक में महज ढाई दिन पुरानी बीजेपी की सरकार शनिवार (19 मई) की शाम गिर गई। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने विश्वास मत का सामना किए बगैर ही विधानसभा पटल पर अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
येदियुरप्पा और BJP नेताओं ने कर्नाटक विधानसभा में की राष्ट्रगान की बेइज्जती
येदियुरप्पा और BJP नेताओं ने कर्नाटक विधानसभा में की राष्ट्रगान की बेइज्जती
Posted by जनता का रिपोर्टर on Sunday, May 20, 2018
चेहरे पर हार के भाव के साथ येदियुरप्पा ने एक संक्षिप्त भावनात्मक भाषण के बाद विधानसभा के पटल पर अपने निर्णय की घोषणा की। अब जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी 23 मई को नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि येदियुरप्पा सरकार शनिवार शाम चार बजे राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल करें। इससे पहले राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा को अपना बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया था।
येदियुरप्पा के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद जद (एस)-कांग्रेस-बसपा गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एच डी कुमारस्वामी ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है। जद (एस) प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के 58 वर्षीय बेटे ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया है लेकिन उन्होंने कहा, ‘‘हमें 15 दिनों की जरूरत नहीं है।’’
कांग्रेस–जद (एस) गठबंधन ने 224 सदस्यीय विधानसभा में 117 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। दो सीटों पर विभिन्न कारणों से मतदान नहीं हुआ था जबकि कुमारस्वामी दो सीटों से चुनाव जीत थे। गत 15 मई को घोषित चुनाव परिणामों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई थी। बीजेपी हालांकि 104 सीटें प्राप्त करके सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन वह बहुमत से कुछ दूर रह गई थी।
कांग्रेस 78 सीटों पर जीत दर्ज करके दूसरे स्थान पर रही थी, जबकि जद (एस) को 37 सीटों पर जीत मिली थी। इसके बाद कांग्रेस और जद (एस) ने गठबंधन कर लिया। येदियुरप्पा का सत्ता में रहने का यह सबसे कम समय था। वह 2007 में जब पहली बार मुख्यमंत्री बने थे उस समय केवल सात दिन ही मुख्यमंत्री रहे थे। वह दूसरी बार उस समय मुख्यमंत्री बने थे जब 2008 में कर्नाटक में बीजेपी ने पहली बार अपनी सरकार बनाई थी।
सोशल मीडिया पर भड़के लोग
कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान बजने के दौरान येदियुरप्पा समेत बीजेपी नेताओं द्वारा सदन से उठकर जाने को लेकर राहुल गांधी के अलावा उनकी पार्टी की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। साथ ही सोशल मीडिया यूजर्स ने भी बीजेपी और आरएसएस नेताओं पर जोरदार हमला बोला है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा गया है, “कर्नाटक विधानसभा में येदियुरप्पा समेत भाजपा के तमाम विधायक राष्ट्रगान का भी इन्तज़ार नही कर सके..। कुर्सी प्रेम का इससे बडा उदाहरण और क्या होगा..?
“कुर्सी गई, तो राष्ट्रभक्ति भी चली गई!””
वहीं, समाजवादी पार्टी की नेता प्रीति चौबे ने लिखा है, “सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान पर खड़े न होने पर भाजपाइयों ने एक व्यक्ति को ये जाने बिना पीट दिया था कि वो पैरों से अपाहिज है! और वही भाजपाई कल कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान से पहले चले जाने पर अपनी चवन्नी छाप देशभक्ति “येदुरप्पा के त्याग” पर लुटा रहे थे?”
कर्नाटक विधानसभा में येदियुरप्पा समेत भाजपा के तमाम विधायक राष्ट्रगान का भी इन्तज़ार नही कर सके..।
—कुर्सी प्रेम का इससे बडा उदाहरण और क्या होगा..?
“कुर्सी गई, तो राष्ट्रभक्ति भी चली गई !”— MP Congress (@INCMP) May 19, 2018
"कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी के सभी नेता राष्ट्रगान के पहले ही चले गये- राहुल गांधी"#KarnatakaFloorTest
— Manak Gupta (@manakgupta) May 19, 2018
सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान पर खड़े न होने पर भाजपाइयों ने एक व्यक्ति को ये जाने बिना पीट दिया था कि वो पैरों से अपाहिज है!
और वही भाजपाई कल कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान से पहले चले जाने पर अपनी चवन्नी छाप देशभक्ति "येदुरप्पा के त्याग" पर लुटा रहे थे ? ?— Preeti Chobey (@preeti_chobey) May 20, 2018
राष्ट्र्गान से पहले भाजपाई विधानसभा छोड़कर भाग गये यही हैं फ़र्ज़ी राष्ट्रवादी।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) May 19, 2018
राष्ट्रवादी लोग राष्ट्रगान के समय विधानसभा छोड़ जा रहे है । अब समझे ये लोग देशभक्त नही , आरएसएस भक्त है ।
इनका राष्ट्रगान आरएसएस की प्राथना नमस्ते सदा वत्सले है । ?? pic.twitter.com/qQvCRD49KV
— Rakesh K. #RYP (@AAPKA_RK) May 20, 2018
आज़ादी के पहले सत्ता में नही थे तो तिरंगे का अपमान करते थे
आज़ादी के बाद सत्ता नही मिली तो राष्ट्रगान का अपमान कर रहे है ।
वेश बदला है लक्षण नही ।
— आपका रवीश (@RavishKumar_) May 20, 2018
देश के लिए देखना बहुत ज़रूरी है ये है हमारी भाजपा और संघी मानसिकता , जो राष्ट्रगान तक की इज़्ज़त नहीं करते और देश भर में फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद फैला रहे है I pic.twitter.com/AOPjkF5Y3X
— Bahujan Bharat (@dalitsamajindia) May 20, 2018
राष्ट्रगान का अपमान कर विधान भवन से निकलने वाले सारे संघी-भाजपाई नेताओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए। इन्हें सजा हो।
— मृणालिनी (@AadiWasi_) May 20, 2018