गुजरात विधानसभा चुनाव जितना करीब आ रहा है, राज्य में राजनीतिक गहमा-गहमी उतनी ही तेज होती जा रहीं है। इस बीच चुनावों से ठीक पहले एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। दरअसल, सोमवार (13 नवंबर) को अहमदाबाद के कुछ मुस्लिम सोसायटी में मुसलमानों के घरों के बाहर रहस्यमयी रूप से लाल रंग में क्रॉस (X) का निशान लगा दिया गया है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक इस निशान के बाद रिहायशी अल्पसंख्यकों में तनाव फैल गया है।
हालांकि, नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम सोसायटी के अलावा हिंदू कॉलोनियों में भी कुछ घरों पर लाल रंग में एक्स या क्रॉस के निशानों वाले पोस्टर्स दिखाई दिए हैं। बता दें कि यह मामला ऐसे समय पर आया है, जब कुछ दिन पहले इस इलाके में एक विवादास्पद पोस्टर लगाया गया था। इस पोस्टर में चेताया गया था कि यह इलाका ‘मुस्लिम बस्ती हो गया है।’
Mysterious ‘X’ marks on doors & gates | Hate posters on walls. Here are the Hard Facts on #IndiaUpfront #ModiMalignedIn2017 pic.twitter.com/tsZRCke0nM
— TIMES NOW (@TimesNow) November 13, 2017
इस रहस्यमयी निशान को लेकर राज्य में राजनीति तेज हो गई है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कहना है कि गुजरात में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए यह विपक्षी पार्टियों की चाल है। बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने का आरोप लगाया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि, ’कांग्रेस राज्य में अपना बेस गंवा चुकी है और वोट पाने के लिए एेसे हथकंडों का सहारा ले रही है।’
वहीं जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस ने दावा किया है कि बीजेपी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करना चाहती है। इसके अलावा एआईएमआईएम ने कहा है कि इन सबके पीछे कौन है, इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं सोसायटी में मुसलमानों के घरों के बाहर लगे इन निशानों के बारे में लोगों ने स्थानीय प्रशासन को सूचना दी है।
NBT की रिपोर्ट के मुताबिक इस निशान से वर्ष 2002 में दंगों की विभिषिका झेल चुके डिलाइट अपार्टमेंट्स के लोग चिंतित हैं। उन्होंने चुनाव आयोग और पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा है कि निशान लगाने का उद्देश्य मुस्लिम इलाकों की पहचान करना है। उन्होंने ये भी कहा कि इसका उद्देश्य इलाके की शांति को खत्म करना है।
लाल रंग के निशान अमन कॉलोनी, नशेमैन अपार्टमेंट, टैगोर फ्लैट, आशियाना अपार्टमेंट और तक्षशिला कॉलोनी के बाहर मेन गेट पर लगे हैं। डिलाइट में रहने वाले आदिल बगादिया ने कहा कि, ‘हमने चुनाव आयोग और पुलिस कमिश्नर से कहा है कि शांति को सुनिश्चित करिए।’ बता दें कि गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को मतदान कराए जाएंगे और 18 दिसंबर को मतगणना होगी।