उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में सोमवार (24 सितंबर) को रातभर जमकर हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक जूनियर डॉक्टरों एवं छात्रों के बीच इलाज कराने को लेकर हुए विवाद के बाद यहां घंटों पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी जैसी हिंसक घटनाएं हुईं।
रिपोर्ट के मुताबिक पहले तो इलाज कराने आए एक छात्र की महिला रिश्तेदार के परिजनों और डॉक्टर्स के बीच कथित तौर पर मारपीट हुई। उसके बाद उपद्रवियों ने बीच-बचाव करने आई पुलिस पर भी पत्थरबाजी की और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
समाचार एजेंसी यूनिवार्ता को विश्वविद्यालय के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सोमवार रात भर सैकड़ों छात्रों ने जमकर बवाल किया। एक चार पहिया वाहन, कई मोटरसाइकिलें, बीएचयू सुरक्षा बूथ आदि को आग के हवाले कर दिया गया। इस दौरान कुलपति आवास को भी निशाना बनाया गया। तनाव के मद्देनजर विश्वविद्यालय परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
छात्रों के उग्र रूप को देखकर विश्वविद्यालय का सुरक्षा तंत्र एवं कई थानों की पुलिस घंटों तमाशबीन बनी रही। मारपीट एवं पथराव की अलग-अलग घटनाओं में करीब 15 छात्र घायल हो गए, जिनमें ज्यादातर का इलाज बीएचयू के सरसुंदर लाल अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
उन्होंने बताया कि एक जूनियर डॉक्टर ने एक छात्र की महिला रिश्तेदार का इलाज करने में आनाकानी की जिसके बाद हुए विवाद में दोनों ओर से एक दूसरे पर हमले किए गए। छात्र के समर्थकों ने बाहर खाना खाने गए एक जूनियर डॉक्टर की पिटाई कर दी जिससे वे भड़क गए तथा हड़ताल की चेतावनी देते हुए धरना-प्रदर्शन करने लगे।
आरोप है कि बिड़ला छात्रावास के कई छात्रों ने रुईया छात्रावास में घुसकर जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट एवं तोड़फोड़ की। इससे पहले खाना खाने गए जूनियर डॉक्टरों की बीएचयू के मुख्य द्वार लंका के एक होटल में कई छात्रों ने पिटाई की जिससे वे उग्र हो गए।