कोरोना लॉकडाउन के बीच भी उत्तर प्रदेश में अपराध कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है, जिसका ताजा मामला एक बार फिर से देखने को मिला है। बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र स्थित एक शिवमंदिर में मंगलवार तड़के दो साधुओं की धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अनूप शहर थाना क्षेत्र स्थित फगौना गांव में एक शिव मंदिर में जगदीश (50) और शेर सिंह (52) नामक साधुओं की हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि गांव का ही रहने वाला मुरारी नामक युवक अक्सर मंदिर आता था। वह नशे का आदी था और करीब दो दिन पहले उसने इन साधुओं का चिमटा चुरा लिया था। मंगलवार तड़के इसी बात को लेकर उनका मुरारी के साथ झगड़ा हुआ था।
सिंह ने बताया कि मुरारी ने दोनों साधुओं की डंडे और धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
थाना अनूपशहर क्षेत्र के पगोना गांव में हुई 2 साधुओं की हत्या के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक @bulandshahrpol द्वारा घटनास्थल पर पहुँचकर दी गई बाइट @Uppolice @adgzonemeerut @igrangemeerut @dmbulandshahr pic.twitter.com/C5sKr5J1ng
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) April 28, 2020
इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के बुलंदरशहर में दो साधुओं की हत्या को लेकर मंगलवार को कहा कि इस घटना की निष्पक्ष जांच करा कर पूरी सच्चाई सामने लाई जाए और इस मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अप्रैल के पहले 15 दिनों में ही उप्र में सौ लोगों की हत्या हो गई। तीन दिन पहले एटा में पचौरी परिवार के 5 लोगों के शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए। कोई नहीं जानता उनके साथ क्या हुआ।’’
कांग्रेस की उत्तर प्रद्रेश प्रभारी प्रियंका ने कहा, ‘‘ बुलंदशहर में एक मंदिर में सो रहे दो साधुओं को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जांच होनी चाहिए और इस समय किसी को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच करके पूरा सच प्रदेश के समक्ष लाना सरकार की ज़िम्मेदारी है।
..ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जाँच होनी चाहिए और इस समय किसी को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
निष्पक्ष जाँच करके पूरा सच प्रदेश के समक्ष लाना चाहिए। यह सरकार की ज़िम्मेदारी है।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 28, 2020
वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, “उप्र के बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है। इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है। इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए।” (इंपुट: भाषा के साथ)
उप्र के बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है.
इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है. इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 28, 2020