भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सोमवार को जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के संबंध में ट्वीट किया कि ‘‘देश विरोध का बीज जहां कहीं भी हो, उसका समूल नाश कर देना चाहिए’’। इस ट्वीट को लेकर मिली शिकायत के आधार पर जांच करने के पश्चात ट्विटर ने इसे हटाने से इनकार कर दिया। ट्विटर ने मंत्री को अधिसूचित किया कि उसे इस ट्वीट को लेकर एक शिकायत मिली थी, लेकिन जांच के बाद पाया गया कि इस ट्वीट ने किसी दिशा-निर्देश का उल्लंघन नहीं किया है। वहीं, विपक्षी दलों ने विज के ट्वीट की जमकर आलोचना की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और केरल की तिरुअनंतपुरम सीट से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने विज के ट्वीट की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘निश्चित ही इस प्रकार के ट्वीट हमारे लोकतंत्र के लिए उस ‘टूलकिट’ से कहीं अधिक खतरनाक हैं, जिसे दिशा रवि ने रीट्वीट किया था।’’
बता दें कि, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने अपने ट्वीट में लिखा था, ”देश विरोध का बीज जिस किसी के भी दिमाग में हो, उस बीज को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए, फिर चाहे वह दिशा रवि हो या कोई और।”
भाजपा नेता ने यह टिप्पणी पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के दो दिन बाद की है। दिशा रवि को सोशल मीडिया पर किसानों के प्रदर्शन से संबंधित ‘टूलकिट’ कथित रूप से साझा करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है।
Surely tweets like this are far more harmful to our democracy than anything in the “toolkit” @DISHARAVI21 retweeted? https://t.co/veVEp6CyUN
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 15, 2021
दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि 21 वर्षीय कार्यकर्ता ‘टूलकिट गूगल डॉक’ की संपादक हैं और दस्तावेज बनाने और उसका प्रसार करने वाली ‘मुख्य साजिशकर्ता’ हैं। दिशा रवि को साइबर प्रकोष्ठ ने शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था।
पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए एक ‘टूल किट ‘ साझा की थी। इस ‘टूल किट ‘ में विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी गई थी जिनमें ट्विटर पर विरोध करना, भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करना शामिल था। (इंपुट: भाषा के साथ)