70 साल के डोनाल्ड जॉन ट्रंप ने अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। तोपों की सलामी के साथ ट्रंप ने नेशनल मॉल में सर्द मौसम के बीच करीब आठ लाख लोगों के समक्ष ऐतिहासिक पंरपरा के मुताबिक ट्रंप लिंकन बाइबल पर हाथ रखकर अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली।
अमेरिका के चीफ जस्टिस ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन को पराजित किया था। उन्होंने इस मौके पर कहा कि उनका प्रशासन दुनिया से ‘कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद’ का सफाया करेगा। उन्होंने अमेरिकियों की नौकरियां बहाल करने का भी वादा किया।
ट्रप ने सम्बोधन को जोरदार बनाने के लिए हाॅलीवुड फिल्मों से लाइनें उठाकर अपने भाषण में इस्तेमाल की। उन्होंने कुछ लाइनें मशहूर फिल्म ‘अवतार’ से ली व अन्य लाइनों का इस्तेमाल ‘बैटमैन’ फिल्म से लेकर किया।
उन्होंने कहा, हमारे मध्य-वर्ग की संपत्ति छीन ली गई और पूरी दुनिया में बांट दी गई। ये पुरानी बात हुई और अब हम सिर्फ भविष्य की तरफ देख रहे हैं। हम आपकी संपत्ति वापस लाएंगे, आपका गौरव लौटाएंगे।
उन्होंने कहा, हम नए सहस्राब्दी के उद्गम के मौके पर खड़े हैं, अंतरिक्ष के रहस्यों का खुलासा करने, बीमारी की समस्याओं से पृथ्वी को मुक्त करने और ऊर्जा, उद्योगों एवं कल की प्रौद्योगियों का दोहन करने के लिए तैयार हैं। नए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, नया राष्ट्रीय गौरव हमें आंदोलित करेगा, हमारे नजरिए को ऊपर ले जाएगा और दूरियों को पाटेगा। उन्होंने कहा, ‘‘साथ मिलकर हम अमेरिका को फिर से मजबूत बनाएंगे. हम अमेरिका को फिर से समृद्ध बनाएंगे। हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का मन बनाने के बाद ट्रम्प 16 रिपब्लिकन उम्मीदवारों की भीड़ में शामिल हुए और सबको पीछे छोड़ते हुए वह पार्टी के उम्मीदवार बने। जिन 16 लोगों को ट्रम्प ने पछाड़ा वे सभी लोकप्रिय और अनुभवी नेता थे। रिपब्लिकन पार्टी ने डोनाल्ड ट्रम्प को 19 जुलाई, 2016 को अपना औपचारिक उम्मीदवार घोषित किया था।
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने के विरोध में अमेरिका के साथ ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में भी प्रदर्शन हुए। हालांकि, प्रशासन ने प्रदर्शन के लिए 30 संगठनों को मंजूरी दी थी। प्रशासन ने विरोध प्रदर्शनों की आशंका के मद्देनजर मध्य वाशिंगटन के आठ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे।
अमेरिकी जनता का एक वर्ग ट्रंप को राष्ट्रपति के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं है। उसे लगता है कि ट्रंप की विभाजनकारी सोच और आक्रामक शैली अमेरिका को मुसीबत में डाल सकती है। इससे दुनिया में अमेरिकी की धाक को नुकसान हो सकता है।