त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की जीत के बाद से राज्य में चारों तरफ तोड़फोड़ और हिंसा की खबरें आ रही हैं। इसी बीच, एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कई लोगों का झुंड मिलकर त्रिपुरा में बेलोनिया में बुल्डोजर की मदद से रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति गिरा रहें है। वायरल हो रहें इस वीडियो में दिख रहा है कि, इसमें कुछ लोगों ने केसरिया रंग की शर्ट पहन रखी है। इतना ही नहीं, मूर्ति गिराने के दौरान लोग ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगा रहे है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, त्रिपुरा के एसपी कमल चक्रवर्ती के मुताबिक सोमवार को दोपहर 3.30 बजे के करीब बीजेपी समर्थकों ने इसे अंजाम दिया। वहीं, सीपीएम का आरोप है कि बीजेपी और IPFT के कार्यकर्ता हिंसा कर रहे हैं। सीपीएम का कहना है कि बीजेपी और IPFT कार्यकर्ता न सिर्फ वामपंथी पार्टी के दफ़्तरों को निशाना बना रहे हैं बल्कि उनके कार्यकर्ताओं पर भी हमले किए जा रहे हैं।
सीपीएम ने लेनिन की मूर्ति तोड़ने की घटना पर नाराजगी जताते हुए ट्विटर पर लिखा, त्रिपुरा में चुनाव जीतने के बाद हुई हिंसा प्रधानमंत्री के लोकतंत्र पर भरोसे के दावों का मजाक उड़ाती है। त्रिपुरा में वामपंथी और उनके समर्थकों के बीच डर और असुरक्षा की भावना फैलाने की कोशिश की जा रही है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, त्रिपुरा में छिटपुट हिंसा की खबरों के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज राज्य के राज्यपाल और डीजीपी से बात की और नई सरकार के कामकाज संभालने तक राज्य में शांति सुनिश्चित करने को कहा। एक अधिकारी ने बताया कि टेलीफोन पर हुई बातचीत में राज्यपाल तथागत राय और डीजीपी एके शुक्ला ने त्रिपुरा की स्थिति और यहां विधानसभा चुनाव में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन की जीत के बाद भड़की हिंसा पर नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों से केन्द्रीय गृह मंत्री को अवगत कराया। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि सिंह ने राज्यपाल और डीजीपी से हर तरह की हिंसा पर रोक लगाने और त्रिपुरा में नई सरकार के गठन तक शांति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
त्रिपुरा में व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति गिराने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने मंगलवार(6 मार्च) को लोकसभा से बाहर निकलने के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि, लेनिन तो विदेशी है, एक प्रकार से आतंकवादी है। ऐसे व्यक्ति की हमारे देश में मूर्ति क्यों? वो मूर्ति कम्यूनिस्ट पार्टी के मुख्यालय में रख सकते हैं और पूजा करें।
बता दें कि त्रिपुरा में 25 साल बाद लेफ्ट के किले को ढहाते हुए बीजेपी ने पहली बार सत्ता हासिल की। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 35 सीटें हासिल की है। वहीं, उसके सहयोगी दल आईपीएफटी (इंडीजनस पीपल्स फ्रंट) के साथ राज्य की कुल 43 सीट पर कब्जा है।