पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमुल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में तकरार जारी है। जारी घमासान के बीच तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में बीजेपी की रैली के मैदान को पारंपरिक हिंदू रीति रिवाजों से गंगाजल और गाय के गोबर से पवित्र किया। टीएमसी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी ने यहां सांप्रदायिक घृणा का संदेश दिया है, इसलिए इस जगह को पवित्र किया जा रहा है।

टीएमसी कार्यकर्ताओं ने जिस स्थान पर बीजेपी की रैली हुई थी वहां गोबर से लीपने के बाद गंगाजल छिड़का। टीएमसी का कहना है कि बीजेपी ने यहां रैली कर सांप्रदायिक घृणा का संदेश दिया है। हम हिंदू परंपरा के अनुसार इस जगह को शुद्ध कर रहे हैं। बता दें कि शनिवार को बीजेपी की तरफ से यह रैली आयोजित की गई थी। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जिला इकाइयों के नेताओं ने कहा है कि हर बार बीजेपी के रैलियों के बाद सड़कों को गाय के गोबर और गंगाजल से पवित्र किया जाएगा।
टीएमसी नेता पंकज घोष ने कहा, ‘टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने इस स्थान को गाय के गोबर से लीपने के बाद गंगाजल छिड़ककर शुद्धिकरण किया है। बीजेपी ने कल यहां रैली की थी, उसके बाद हमने यह किया। बीजेपी ने यहां से सांप्रदायिक संदेश दिया था। यह भगवान मदनमोहन का घर है और हमने हिंदू परंपरा के अनुसार इस स्थान को शुद्ध किया है।’
West Bengal: TMC workers purified ground with gangajal & cow dung water in Cooch Behar y'day after BJP held a rally there. Pankaj Ghosh, party leader says, "BJP gave a communal message here. This is the land of lord Madanmohan so as per Hindu traditions we purified the place" pic.twitter.com/r9KbfhmRPz
— ANI (@ANI) December 9, 2018
आपको बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को बीजेपी की रैली पर रोक लगा थी। इसके बाद बीजेपी हाई कोर्ट की डिविजन बेंच के पास गई जिसने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए अधिकारियों को 14 दिसंबर से पहले रथ यात्रा के लिए तारीख तय करने का निर्देश दिया है। इसके बाद शनिवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मैदान को पवित्र करने के लिए गंगाजल और गोबर का इस्तेमाल किया।
आपको बता दें, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की 7 दिसंबर को कूच बिहार, 9 दिसंबर को साउथ 24 परगना और 14 दिसंबर को बीरभूम में रथ यात्रा निकालने की योजना थी। इसके जरिए उनका राज्य में 42 लोकसभा सीटों को कवर करने का प्लान था। इसके साथ ही पार्टी की योजना थी कि इस यात्रा के संपन्न होने पर कोलकाता में पीएम मोदी की विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा, लेकिन प्रशासन की ओर से अमित को रथ यात्रा की मंजूरी नहीं मिल पाई।