बीजेपी इस बार गठबंधन दलों के साथ 252 पर सिमट जाएगी, उत्तर प्रदेश से पार्टी को हो सकता है भारी नुकसान: टाइम्स नाउ सर्वे

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इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच टाइम्स नाउ चैनल ने अपना एक सर्वे जारी किया है, सर्वे के नतीजे हैरान करने वाले हैं। टाइम्स नाउ के सर्वे के मुताबिक, आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी नीत एनडीए के सभी दलों की सीटों को भी मिला दिया जाए तो भी एनडीए को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक, इस लोकसभा चुनावों में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में सीटों का भारी नुकसान हो सकता है।

टाइम्स नाउ

टाइम्स नाउ के सर्वे के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को भारी बढ़त मिल सकती है। महागठबंधन को यूपी की 80 सीटों में से 51 सीटें मिलती दिख रही हैं, वहीं बीजेपी को 27 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। सर्वे में कहा गया है कि कांग्रेस अमेठी और रायबरेली की दो पारंपरिक सीटों को अपनी जीत बरकरार रखेगी। बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना दल के साथ गठबंधन के साथ 80 में से 73 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

टाइम्स नाउ के अनुसार, बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को 543 में से 252 सीटें मिल सकती हैं, जो बहुमत से कांफी कम है। सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए 147 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। सर्वे में कहा गया है कि 144 सीटें गैर-बीजेपी क्षेत्रीय दलों के पास जा सकती हैं।

बता दें कि इसी महिने की शुरुआत में इंडिया टुडे ने भी अपना एक सर्वे जारी किया था। सर्वे में बताया गया था कि आगामी लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन यूपी की 80 में से 58 सीटें जीत सकता है और पिछले चुनाव में 73 सीटें जीतने वाली बीजेपी-अपना दल को 18 सीटों पर सिमट सकती है। लेकिन अगर मायावती और अखिलेश यादव अपने गठबंधन में आरएलडी के साथ-साथ कांग्रेस को भी शामिल हो जाती है तो बीजेपी महज पांच सीटों तक सिमट जाएगी। ये सर्वे 28 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच किया गया था।

इंडिया टीवी के एक अन्य सर्वे में कहा था कि अगर उत्तर प्रदेश में चुनाव हुए तो बीजेपी सिर्फ 40 सीटें, बीएसपी 15, सपा 2 और कांग्रेस 2 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकती है।

जहां तक राजनीतिक हलचल की बात की जाए तो बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनावों में सत्‍ता में वापसी करने की कवायद में जुटी है। वहीं, विपक्षी दल एकजुट होकर मोदी को सत्‍ता से बेदखल करने की जुगत में हैं। राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस ने सत्‍ता में वापसी के लिए कमर कस ली है।

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