गुरुग्राम भोंडसी स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा के सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के मामले ने देश की शिक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए है, वहीं स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है। लेकिन उसके बाद स्कूल में पढऩे वाले बच्चे सुरक्षित नहीं है। पुणे में एक मासूम बच्चे की टीचर द्वारा बुरी तरह से पिटाई करने का मामला सामने आया है, बच्चे की उम्र करीब 3 साल बताई जा रही है।
ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर ने गुस्से में आकर बच्ची की जमकर पिटाई की, जिससे बच्चे की आंखें बुरी तरह से सूज गई, जिसके कारण बच्चे को देखने में भी तकलीफ हो रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मामला पुणे के पिम्पले गुरव इलाके का है। पीडि़त बच्चे माता पिता मजदूरी का काम करके अपना गुजारा चलाते है, परिजनों के मुताबिक बेटा जब ट्यूशन से घर लौटा तब उसकी आंखो पर बहुत ही ज्यादा सूजन दिखाई दी और आंखे नीली पड़ गईं थीं।
घरवालों के पूछने पर बच्चे ने बताया कि उसकी टीचर ने उसको स्केल से बहुत पीटा और मुंह पर बुरी तरह से थप्पड मारे है। जिससे बच्चे की आंखों पर सूजन आ गई, इस वजह से उसकी आंखे भी नहीं खुल रही है।
पीडि़त बच्चे को इलाज के लिए एक अस्पताल के चाइल्ड केअर वार्ड में भर्ती कराया गया है। पीडि़त बच्चे के माता-पिता ने पुणे के सांगवी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है, बाल न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी टीचर को गुरूवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है।