केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ऐसी मंत्री हैं जो सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहती हैं। कई बार उन्होंने ट्विटर के जरिए देश विदेश में फंसे लोगों की दिक्कतें दूर की हैं। सोशल मीडिया पर उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। लेकिन, पिछले दिनों लखनऊ हिंदू-मुस्लिम कपल पासपोर्ट विवाद के बाद सुषमा को पासपोर्ट जारी करने को लेकर विवाद के सिलसिले में जमकर ट्रोल किया जा रहा है।

पासपोर्ट विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर एक सर्वेक्षण के जरिए जवाबी हमला बोला है। इस सर्वे में विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वालों से पूछा है कि क्या वे ऐसी ट्रोलिंग को स्वीकृति देते हैं। शनिवार देर रात किए गए विदेश मंत्री के इस ट्विटर पोल में लिखा है, ‘दोस्तों: मैंने कुछ ट्वीट्स को लाइक किया है। यह पिछले कुछ दिनों से हो रहा है। क्या आप ऐसे ट्वीटों को जायज ठहराते हैं?
Friends : I have liked some tweets. This is happening for the last few days. Do you approve of such tweets ? Please RT
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 30, 2018
रात तक लगभग 1.2 लाख से अधिक लोगों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया। इसमें 57 फीसदी लोगों ने सुषमा का समर्थन किया तो 43 प्रतिशत लोगों ने ट्रोल्स का समर्थन किया। गौरतलब है कि कई दिन तक चली ट्रोलिंग के बाद मामला शनिवार तब आगे बढ़ गया जब सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने एक ट्विटर यूजर के एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया जिसमें उनसे कहा गया है कि वह उनकी (सुषमा स्वराज) पिटाई करें और उन्हें मुस्लिम तुष्टीकरण न करने की बात सिखाएं। इसके बाद मामले ने फिर तूल पकड़ना शुरू कर दिया।
रविवार को कौशल ने ट्वीट का जवाब भी दिया। सुषमा के पति स्वराज कौशल ने ट्वीट किया, ‘आपके शब्दों ने हमें असहनीय दुख दिया है। आपको एक बात बता रहा हूं कि मेरी मां का 1993 में कैंसर से निधन हो गया। सुषमा एक सांसद और पूर्व शिक्षा मंत्री थीं। वह एक साल तक अस्पताल में रहीं। उन्होंने मेडिकल अटेंडेंट लेने से मना कर दिया और मेरी मरती मां की खुद देखभाल की।’
सुषमा को ट्वीट के जरिए निशाना बनाने वाले व्यक्ति को जवाब देते हुए जाने माने वकील ने कहा, ‘परिवार के प्रति उनका (सुषमा) इस तरह का समर्पण है। मेरे पिता की इच्छा के अनुरूप उन्होंने (सुषमा) मेरे पिता की चिता को मुखाग्नि दी। कृपया उनके लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल न करें। हम कानून और राजनीति में पहली पीढ़ी हैं। हम उनके जीवन से ज्यादा किसी और चीज के लिए प्रार्थना नहीं करते। कृपया अपनी पत्नी को मेरी ओर से अगाध सम्मान से अवगत कराएं।’ विदेश मंत्री ने भी उस व्यक्ति के कुछ ट्वीट को री-ट्वीट किया था।
दंपती तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी ने लखनऊ के पासपोर्ट सेवा केंद्र में कार्यरत विकास मिश्रा पर अपमानित करने का आरोप लगाया था। विवाद के बाद मिश्रा का ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद पुलिस और स्थानीय खुफिया इकाई की रिपोर्ट में पाया गया कि महिला दिए गए पते पर एक साल से नहीं रह रही थी। इसी के बाद सुषमा स्वराज को ट्रोल किया गया था। लोगों ने कहा कि वह तो अपनी ड्यूटी कर रहे थे। इतना ही नहीं उनके फेसबुक पेज की रेटिंग गिरा दी गई और उन पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप भी लगाए गए।