बंगाल के पुरुलिया में एक चुनावी रैली को दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यह कहे जाने कि ‘नरेंद्र मोदी को लोकतंत्र का एक जोरदार तमाचा लगना चाहिए’ के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। ममता बनर्जी को चेतानवी देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि आपने सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने ममता को ऐसे शब्दों के इस्तेमाल करने पर चेतावनी बरतने को कहा।
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान से पहले PM मोदी ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस सरकार को फिरौती सिंडिकेट चला रहा है। पीएम मोदी को लेकर ममता बनर्जी के बयान के बाद सुषमा ने ट्वीट कर चेतावनी दी और लिखा, “ममता जी, आज आपने सारी हदें पार कर दीं। आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं। कल आपको उन्हीं से बात करनी है।”
विदेश मंत्री ने ममता बनर्जी को चेतावनी देने के क्रम में बशीर बद्र का एक शेर भी याद दिलाया। उन्होंने आगे लिखा, “इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूं: दुश्मनी जमकर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों”
ममता जी – आज आपने सारी हदें पार कर दीं. आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधान मंत्री हैं. कल आपको उन्हीं से बात करनी है. इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूँ :
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे,
जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों.— Chowkidar Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 7, 2019
वहीं, सुषमा स्वराज के इस ट्वीट पर बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पटलवार करते हुए ममता बनर्जी का बचाव किया है और विदेश मंत्री से पीएम मोदी की भाषा पर भी करने करने की गुजारिश की है। तेजस्वी ने लिखा, “आदरणीय सुषमा जी, कभी माननीय प्रधानमंत्री जी की बदज़ुबानी पर ट्वीट करिए। उम्मीद करता हूँ आप उनकी सभी Below the belt बातों को सुन और देख रही होंगी। आप उनसे कहीं अधिक वरिष्ठ, ज्ञानी, व्यवहारिक और अनुभवी है फिर भी सब सच्चाई जानते हुए चुप है और उल्टा ममता बनर्जी जी को बोल रही है।”
बता दें कि पीएम मोदी ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस सरकार को फिरौती सिंडिकेट चला रहा है। ममता ने पुरुलिया के रघुनाथपुर में आयोजित जनसभा में कहा, ‘मैं राजनीति में अपना सिर नहीं झुकाऊंगी। जब मोदी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सिंडिकेट की पार्टी है..इसकी सरकार को सिंडिकेट चला रहे हैं। मुझे लगा उन्हें लोकतंत्र का एक करारा तमाचा (चुनाव में पराजय) लगना चाहिए। उन्होंने मोदी को ऐसा प्रधानमंत्री बताया जो, ‘झूठ बोलने के लिए जाने जाते हैं।’