प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यस्तता की वजह से काफी दिनों से अटके पड़े गाजियाबाद को हरियाणा के पलवल से कुंडली के बीच ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के शुरू ना होने पर नाराज सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (10 मई) को देश में वीवीआईपी कल्चर को आईना दिखाने एक सख्त निर्देश दिया। एक्सप्रेस वे के शुरू ना होने पर नाराज सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसकी शुरुआत के लिए PMO की हरी झंडी का इंतजार क्यों? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस महीने के अंत तक यानी 31 मई तक शुभारंभ नहीं भी होता तो 1 जून से जनता के लिए इसे खोला जाए। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश से साफ है कि इस एक्सप्रेस-वे पर 1 जून से हर हाल में वाहन फर्रांटा भरने लगेंगे, चाहे उद्घाटन हो या ना हो।

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई पर नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को आदेश दिया है कि प्रधानमंत्री से उद्घाटन के लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं है और इस साल जून तक इसे जनता के लिए खोल देना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘अगर प्रधानमंत्री के पास उद्घाटन के लिए समय नहीं है और 31 मई तक उद्घाटन नहीं होता है, तो जून में इसे आप जनता के लिए खोल दें।’ बता दें इस वक्त कर्नाटक में चुनावों के कारण पीएम की व्यस्तता काफी अधिक है।
Supreme Court ordered that Delhi's Eastern Expressway be thrown open to public from June 1 even if the Prime Minister cannot inaugurate it by then, states that any delay will not be in interest of people. https://t.co/87cWAy7VXU
— ANI (@ANI) May 10, 2018
NDTV के मुताबिक जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच ने कहा कि हमें भरोसा दिलाया गया था कि अप्रैल में प्रधानमंत्री इसका शुभारंभ करेंगे, लेकिन मीडिया रिपोर्ट कहती है कि PM आज या कल में यहां उपलब्ध नहीं है। इस मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मेघालय कोर्ट पांच साल से काम कर रहा है जबकि अभी तक उसका शुभारंभ नहीं हुआ। NHAI ने कहा कि हमनें PMO को इसके लिए कहा है। तब कोर्ट ने कहा कि अगर वो नहीं करते तो आप ही क्यों नहीं कर देते आप लोगों ने इस पर मेहनत की है। आप ASG से भी ये करा सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पिछली सुनवाई में 18 अप्रैल को NHAI ने कहा था कि अप्रैल के अंत में उसका उद्घाटन हो जाएगा लेकिन नहीं हुआ। बता दें कि ईस्टन एक्सप्रेस वे 135 किलोमीटर का है। इसमें ज्यादा देरी दिल्ली की जनता के हित में नहीं है। वेस्टन एक्सप्रेस को हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि इस एक्सप्रेस का 81 फीसदी काम पूरा हो गया है, जबकि फरवरी 2019 की काम पूरा करने को लेकर डेड लाइन दी हुई है।
ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे इसलिए बनाया जा रहा है ताकि यूपी से हरियाणा होते हुए आने जाने वाले ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश ही न करना पड़े। अभी ये सभी ट्रक दिल्ली होकर आते-जाते हैं, जिससे दिल्ली पर ट्रैफिक का बोझ बढ़ता है। बता दें कि ईस्टर्न पेरिफेरल की वजह से पलवल से कुंडली के बीच सफर का सफर आधे से भी कम वक्त में पूरा हो जाएगा।