बॉलीवुड निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर जारी विवाद के बीच अब एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल, फिल्म की मुख्य अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने फिल्म के समर्थन में अपना पक्ष रखा तो कथित तौर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने उनके भारतीय होने पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। हालांकि स्वामी ने इन खबरों को खारिज करते हुए बुधवार (15 नवंबर) को अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ को बायकॉट (बहिष्कार) करने का ऐलान कर दिया।स्वामी ने बुधवार को दावा किया उन्होंने दीपिका की नागरिकता पर कभी भी सवाल खड़े नहीं किए। उन्होंने टाइम्स नाउ के एक एंकर द्वारा स्वामी के हवाले से इस खबर (दीपिका पादुकोण तो भारतीय ही नहीं) को चलाए जाने के बाद बीजेपी नेता ने आपत्ति जताते हुए ट्वीट कर कहा कि उन्होंने ऐसा कभी बयान दिया ही नहीं है। साथ ही टाइम्स नाउ के एंकर से नाराज स्वामी ने अपने समर्थकों से टाइम्स नाउ को बहिष्कार करने की घोषणा कर दी।
Athar in TNN imported from NewsX says I said: Since Deepika P was born in Copenhagen she cannot speak on Indian issues. Liar. Boycott TNN?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 14, 2017
दरअसल, दीपिका पादुकोण ने एक इंटरव्यू में कहा है कि कोई भी चीज इस फिल्म के प्रसारण पर रोक नहीं लगा सकती। दीपिका ने कहा कि, ‘हम जिसके प्रति जवाबदेह हैं, वह सिर्फ सेंसर बोर्ड है। मैं जानती हूं और मेरा विश्वास है कि इस फिल्म की रिलीज को कोई रोक नहीं सकता।’ दीपिका ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री का समर्थन बताता है कि यह सिर्फ पद्मावती की बात नहीं है।
दीपिका ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू कहा कि, “यह भयावह है, यह बिल्कुल भयावह है। इससे हमें क्या मिला? और एक राष्ट्र के रूप में हम कहां पहुंच गए हैं? हम आगे बढ़ने के बदले पीछे गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी जवाबदेही सिर्फ सेंसरबोर्ड के प्रति है और मैं जानती हूं और मेरा मानना है कि फिल्म को रिलीज होने से कुछ भी नहीं रोक सकता।
उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग से मिल रहा समर्थन इस बात का प्रतीक है कि यह सिर्फ ‘पद्मावती’ के बारे में नहीं है, बल्कि यह फिल्म उद्योग एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। दीपिका ने कहा था एक देश के रूप में हम कहां पहुंच गए हैं? हम आगे बढ़ने के बदले पीछे गए हैं।
बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने मंगलवार (14 नवंबर) को दीपिका के ‘पिछड़े होने’ के बयान पर उनपर निशाना साधा। स्वामी ने ट्वीट किया कि, ‘एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण हमे पिछड़े होने(रिग्रेशन) पर भाषण दे रही हैं। देश तभी आगे हो सकता है, जब उनके मुताबिक हम आगे बढ़ें।’
Cine actress Deepika Padukone giving us lecture on regression!! Nation can progress only when it is regression from her perspective.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 14, 2017
जबकि कथित तौर पर टाइम्स नाउ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि एक यूजर ने स्वामी के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि वह (दीपिका पादुकोण) नीदरलैंड की नागरिक हैं। इस पर स्वामी ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि, ‘अगर यह सही है, तो उन्हें अवश्य ही इसका खुलासा करना चाहिए। यह पूरी तरह से केवल भारतीय बहस है।’
जबकि बीजेपी नेता ने बुधवार को टाइम्स नाउ की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि न्यूज एक्स से टाइम्स नाउ नेटवर्क में आए एक एंकर मेरे हवाले से कहा कि दीपिका पादुकोण कोपेनहेगन की नागरिक है, वह भारत के मुद्दों पर बयान नहीं दे सकती। स्वामी ने कहा कि जबकि उन्होंने ऐसा बयान दिया ही नहीं। उन्होंने आगे लिखा, बॉयकॉट टीएनएन?
बता दें कि ‘पद्मावती’ संजय लीला भंसाली की ऐसी तीसरी फिल्म है, जिसमें दीपिका पादुकोण ने उनके डायरेक्शन में काम किया है। इससे पहले दीपिका ने उनके साथ गोलियों की रासलीला, रामलीला और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बनी बाजीराव मस्तानी में उनके साथ काम किया है।
गौरतलब है कि कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने फिल्म में कहानी को तोड़ मरोड़कर पेश करने और रानी पद्मावती को अपमानित करने का आरोप लगाया है। इतिहास में रानी पद्मावती का जिक्र मलिक मोहम्मद जायसी की प्रसिद्ध रचना पद्मावत में मिलता है।