कर्नाटक में मची राजनीतिक हलचल के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह हमारे विधायकों को 50 से 70 करोड़ रुपए का ऑफर दे रहे हैं। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर चौकीदार के पास कहां से इतना पैसा आ गया, जो वो हमारे विधायकों को यह ऑफर दे रहें है।
बता दें कि कांग्रेस ने शुक्रवार (18 जनवरी) को विधायक दल की बैठक बुलाई थी। कांग्रेस विधायक दल के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अध्यक्षता में हुई सीएलपी की बैठक के बाद उन्होंने कहा, “79 में 76 विधायक बैठक में मौजूद रहे। मैं बैठक से नदारद रहने वाले विधायकों को नोटिस भेजूंगा और स्पष्टीकरण मागूंगा। उसके बाद मैं हाई कमान से बात करूंगा।”
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक बैठक के बाद सिद्धारमैया ने कहा कि, “नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत अन्य केंद्रीय मंत्री हमारी सरकार गिराने की कोशिशों में लगे हैं। वे हमारे विधायकों को तोड़ने के लिए 50 से 70 करोड़ रुपए तक के भारी-भरकंप ऑफर दिए गए। मेरे पास इसके सबूत भी हैं। आखिरकार चौकीदार के पास इतना सारा पैसा कहां से आया?”
Siddaramaiah, Congress: Including Narendra Modi, Amit Shah and central ministers are also involved in this process of destabilising our Govt. They approached our MLAs with huge offers of 50-70 crores. I have proof. How come a Chowkidar has so much money? #Karnataka https://t.co/qlVytYgdfe
— ANI (@ANI) January 18, 2019
वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा, “कर्नाटक में एक-एक एमएलए पर 75-100 करोड़ का दांव लगाया जा रहा है…ये सब पिछले 4 साल में मोदी जी द्वारा मेहनत से कमाई गई राशि से आएगा। …..गज़ब चौकीदारी हो रही है।”
कर्नाटक में एक-एक एमएलए पर 75-100 करोड़ का दांव लगाया जा रहा है…ये सब पिछले 4 साल में मोदी जी द्वारा मेहनत से कमाई गई राशि से आएगा।
…..गज़ब चौकीदारी हो रही है। https://t.co/QPAIzlKnT3
— Manish Sisodia (@msisodia) January 18, 2019
बता दें कि सूबे में जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है और बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने के आरोप लगाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विधायक दल की बैठक में चार विधायकों के गायब रहने के बाद पार्टी ने सभी अन्य विधायकों को शुक्रवार शाम एक रिजॉर्ट में भेज दिया।
इस बीच कांग्रेस विधायक सौम्या रेड्डी ने कहा, ‘हम छोड़ने वाले नहीं हैं, हम साथ काम कर रहे हैं, हमें काम करने दो। हम सब ईगलटन रिसोर्ट जा रहे हैं, यहां हमारा एक दिन का प्रवास होगा, शायद शक्ति प्रदर्शन। हम यहां आगामी संसदीय चुनावों पर भी चर्चा करेंगे।’
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि विधायक दल की बैठक में 4 विधायक- रमेश जरकीहोली, बी. नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमाटहल्ली नहीं शामिल हुए। जरकीहोली को हालिया कैबिनेट फेरबदल में मंत्री पद से हटाया गया था और बताया जा रहा है कि वह इससे काफी नाखुश हैं।
असंतुष्ट विधायक उमेश जाधव ने पहले ही सिद्धारमैया को खत लिखकर बैठक में अपने नहीं आने की जानकारी दे दी थी। उन्होंने सिद्धारमैया को लिखा कि उनके विधायक निवास के बाहर लेटर चिपकाकर मीटिंग के बारे में बताया गया था लेकिन वह अस्वस्थ हैं। इस वजह से वह बैठक में शामिल नहीं होंगे।
एक और असंतुष्ट विधायक बी. नागेंद्र ने गुरुवार को कहा था कि एक कोर्ट केस की वजह से वह कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे।