बिहार में चुनावी माहौल के बीच राजनीतिक गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। जनता दल (युनाइटेड) से निष्काषित नेता और बिहार सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक सोमवार (17 अगस्त) को अपने पुराने घर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हो गए। पटना में प्रेस कांफ्रेस के बीच तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल होने के बाद श्याम रजक ने कहा कि मैं अपना घर में वापस आकर भावुक हो रहा हूं। वापस आकर फिर से सामाजिक न्याय लड़ी जाएगी। मैंने जेडीयू में रहते हुए सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने की कोशिश की। लालू यादव ने हमेशा हमें सामाजित न्याय की लड़ाई लड़ने का पाठ पढ़ाया है।
इससे पहले अपनी पुरानी पार्टी राजद में शामिल होने से पहले श्याम रजक ने कहा था कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में लगभग 99 प्रतिशत लोग बिहार के सीएम नीतीश कुमार से नाराज हैं, लेकिन वे कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक उठापटक और दल बदल का खेल शुरू हो गया है। एक ओर जहां राजद से निष्काषित तीन विधायक जदयू का दामन थामने जा रहे हैं वहीं कभी राजद में कद्दावर नेता रहे और जदयू सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक फिर से अपनी पुरानी पार्टी ज्वाइन कर लिया है।
नीतीश सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक वर्ष 2009 में राजद छोड़कर जद(यू) में शामिल हुए थे। लालू प्रसाद के करीबी नेताओं में माने जाने वाले रजक जद (यू) के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतकर फिर से मंत्री बने थे। बिहार में चुनाव के ठीक पहले राज्य का दलित चेहरा माने जाने वाले रजक का जद (यू) से निकल जाना सत्ताधारी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।