केंद्र और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर बीजेपी के खिलाफ अपना हमला बुधवार को भी जारी रखा और मतदान में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों ईवीएम से छेड़छाड़ होने की ओर इशारा किया।
गौरतलब है कि, गुजरात चुनाव में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 99 सीटें हासिल कर सत्ता पर कब्जा बरकरार रखा है, पिछली बार इसने 115 सीटें हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस की सीटों की संख्या 2012 की 61 सीटों से बढ़ कर इस बार 77 हो गई।
वहीं, कांग्रेस की सहयोगी भारतीय ट्राइबल पार्टी को दो और राज्य में दलित आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे के रूप में उभरे जिग्नेश मेवाणी ने बनासकांठा जिले की वाडगम विधानसभा सीट से चुनाव जीता हैं।
न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, शिवसेना ने कहा कि यदि पाटीदार आंदोलन हार्दिक पटेल ने जो कुछ कहा वह सही है तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को गुजरात में मिली जीत के लिए पीएम मोदी के अलावा ईवीएम को भी माला पहनानी चाहिए।
पार्टी ने सोमवार को चुनाव नतीजे आने के बाद मुंबई बीजेपी कार्यकर्ताओं के पटाखे जलाने का जिक्र करते हुए कहा, गुजरात में भाजपा के 100 का आंकड़ा पार करने में नाकाम रहने के बावजूद कुछ लोग मुंबई में जीत का जश्न मना रहे हैं, हम कह सकते हैं कि उन्होंने इस जीत का सही मतलब नहीं समझा।
पार्टी ने कहा कि गुजरात चुनाव से जाहिर होता है कि सत्तारूढ़ पार्टी चुनाव जीतने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है। शिवसेना ने दावा किया कि, मोदी ने कहा था कि भाजपा 151 सीटें जीतेगी जबकि भाजपा प्रमुख अमित शाह ने कहा था कि 150 से अधिक सीटें जीतना उनकी असली जीत होगी। हालांकि, गुजरात के लोगों ने उन्हें 100 सीटें भी नहीं दीं।
पार्टी ने दावा किया कि शहरी वर्ग का रुझान बीजेपी की ओर था लेकिन असली हिंदुस्तान गांवों में बसता है, जहां किसानों और श्रमिकों की समस्या अनसुलझी बनी हुई है।
गौरतलब है कि शिवसेना ने मंगलवार को भी बीजेपी पर हमला बोलते हुए दावा किया था कि गुजरात मॉडल चरमरा गया है और राज्य में चुनाव नतीजे उन लोगों के लिए चेतावनी है जो तानाशाही शासन में यकीन रखते हैं।