एनसीपी सांसद उदयन राजे भोंसले के बैंक लूट वाले बयान का शिवसेना ने समर्थन किया है। शिवसेना के अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा कि सांसद उदयन राजे ने लोगों के गुस्से को जाहिर किया है और मोदी सरकार के समक्ष चुनौती पेश की है।
नोटबंदी के हालात से उत्पन माहौल और नकदी की किल्लत पर लोगों की चिंताओं को उजागर करते हुए पिछले दिनों एक कार्यक्रम में एनसीपी सांसद उदयन राजे भोंसले ने कहा था कि अगर नोटबंदी के कदम पर जल्दी कोई सुधार नहीं हुआ तो लोग ‘‘बैंकों को लूट लेंगे और उन्हें नष्ट कर देंगे’’।
इस पर शिवसेना ने सोमवार को एनसीपी सांसद उदयनराजे भोसले की चेतावनी का समर्थन करते हुए अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा, “नोटबंदी ने देश के लोगों में गुस्सा भर दिया है। देश के गरीब और मजदूर तबके के लोगों की स्थिति दयनीय है।” छत्रपति शिवाजी के 13वें वंशज उदयनराजे के बैंक लूटने वाले बयान का जिक्र करते हुए इसमें कहा गया कि उदयन राजे ने लोगों के गुस्से को जाहिर किया है और मोदी सरकार के समक्ष चुनौती पेश की है।
आगे शिवसेना ने लिखा, “किसानों की असामयिक मौत हो रही है। अगर वो बैंक लूटना भी चाहें तो उन्हें कुछ हाथ नहीं लगेगा क्योंकि सहकारी बैंक खुद पैसे की किल्लत से गुजर रहे हैं। इसके विपरीत, सरकार किसानों को इस हरकत के लिए फांसी पर लटका देगी और छुटकारा पा लेगी।
“भोसले ने लोगों के गुस्से को अपने रूप से बयां किया है। उन्होंने सवाल उठाए कि आम लोग लगातार क्यों सहते रहेंगे, जबकि कालेधन रखने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।” शिवसेना ने उदयनराजे भोसले को उनके बयान के लिए शाबासी भी दी और कहा कि NCP सांसद होते हुए ऐसा बयान देना उनकी स्वतंत्रत विचारों को दिखाता है।
आपको बता दे कि शिव सेना ने पहले भी नोटबंदी को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की थी और ममता बनर्जी द्वारा किए जा रहे विरोध पर अपना समर्थन भी दिया था।