महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भगवा सहयोगी दलों शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच चल रही जबरदस्त गतिरोध के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार सोमवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। राकांपा नेता अजीत पवार ने यह बात मुंबई में कही।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संभावना है कि दोनों सहयोगी पार्टियों के शीर्ष नेता महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे। वे राज्य में नई सरकार के गठन के लिए भाजपा से नाराज शिवसेना को समर्थन देने के बारे में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन का रुख स्पष्ट कर सकते हैं। ख़बरों के मुताबिक, शिवसेना ने 175 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
गौरतलब है कि, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी सत्ता के बंटवारे में 50-50 के फार्मूले पर अड़ी हुई है, जिसके तहत दोनों पार्टियों के पास ढाई-ढाई साल तक मुख्यमंत्री पद रहेगा। शिवसेना राज्य में सत्ता के आधे बंटवारे के साथ ही ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है, जिसे लेकर उसके और भाजपा के बीच खींचतान जारी है। भाजपा उनकी मांगे खारिज कर दी हैं और उसका कहना है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस अगले पांच सालों तक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे।
महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। वहीं, शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत 145 है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं। महाराष्ट्र में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। (इंपुट: भाषा और आईएएनएस के साथ)