भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की उस टिप्पणी को ‘मूर्खतापूर्ण’ बात करार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीसीसीआई में सेटिंग न होने के चलते वह कोच नहीं बन सके।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, सहवाग के बयान की बाबत सवाल पूछे जाने पर गांगुली ने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना है। उन्होंने मूर्खतापूर्ण बात की है। बता दें कि सहवाग ने शुक्रवार को कहा था कि वह बोर्ड में सेटिंग न होने के चलते टीम के मुख्य कोच की रेस में बाजी नहीं मार सके। गौरतलब है कि कोच का चयन करने वाली तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति में गांगुली भी शामिल थे। इसी समिति ने रवि शास्त्री को टीम का मुख्य कोच चुना था।
सहवाग ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया था कि बीसीसीआई में शामिल अधिकारियों का संरक्षण नहीं मिलने के कारण वह भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनने से चूक गए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब वह दोबारा इस पद के लिए आवेदन नहीं करेंगे।
उन्होंने बोर्ड अधिकारियों के एक वर्ग पर भी पद के लिए आवेदन करने के दौरान गुमराह करने का आरोप लगाया था। एक सवाल पर सहवाग ने कहा था देखिए मैं कोच इसलिए नहीं बन पाया, क्योंकि जो भी कोच चुन रहे थे उनसे मेरी कोई सेटिंग नहीं थी। इस पूर्व आक्रामक सलामी बल्लेबाज ने दावा किया था कि जब वह इस पद के लिए आवेदन कर रहे थे तब बीसीसीआई के एक वर्ग ने उन्हें भटका दिया था।
विवाद बढ़ने के बाद दी सफाई
गांगुली ने इस मुद्दे पर ज्यादा बोलने से इनकार कर दिया। हालांकि गांगुली ने उन सभी बातों को निराधार बताया है जिसमें उन्होंने सहवाग की टिप्पणी को मूर्खतापूर्ण करार दिया था। एक ट्वीट में गांगुली ने कहा कि सहवाग मेरे लिए बहुत प्रिय हैं। जल्द उनसे बात की जाएगी।
My quote on Sehwag completely false ..right quote ..Sehwag very dear to me .will speak to him soon ..
— Sourav Ganguly (@SGanguly99) September 16, 2017
इस मौके पर गांगुली ने उम्मीद जतायी कि दुर्गा पूजा के बावजूद 21 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां होने वाले दूसरे एकदिवसीय मैच के दौरान मैदान दर्शकों से भरा होगा। गांगुली ने कहा कि इस मैच के लिए सभी 25,000 कॉम्पिमेंटरी टिकट दिए जा चुके हैं। इसके अलावा उपलब्ध 30,000 में से 15,000 टिकटों की बिक्री हम कर चुके हैं। हमारे पास अब भी 5 दिन बाकी हैं।’