सचिन तेंदुलकर संसद भवन में अपना पहला भाषण नहीं दे पाए। उन्हें गुरुवार को राज्य सभा में ‘राइट टू प्ले’ पर बोलना था, लेकिन वह भाषण की शुरुआत करते इससे पहले ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। सचिन संसद भवन में भाषण देने वाले थे, लेकिन संसद की कार्यवाही 22 दिसंबर को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्ष के हंगामें के कारण वे कुछ बोल नहीं सके।
जैसे ही सचिन अपना भाषण शुरू करने ही वाले थे कि इसी दौरान विपक्ष ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के मुद्दे को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। सचिन अपनी पत्नी अंजलि के साथ राज्यसभा पहुंचे थे।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, दोंजा में सचिन ने घोषणा करते हुए कहा कि वे गांव के लिए 4 करोड़ रुपए देंगे। सचिन ने ये धनराशि सांसद निधि से देने की बात कही। आदर्श सांसद ग्राम योजना के तहत ये सचिन का दूसरा गांव है। बता दें कि इस समय राज्यसभा में 12 मनोनीत सदस्य हैं, जिसमें सचिन तंदुलकर भी शामिल हैं।
विपक्ष के हंगामे के बीच उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लगातार विपक्ष से अपील की, जो व्यक्ति बोल रहा है वह भारत रत्न है, इसे पूरा देश देख रहा है। प्लीज़ शांत हो जाइए। गौरतलब है कि इससे पहले सचिन को राज्यसभा में उनकी गैर मौजूदगी पर भी सवाल उठते रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सचिन को राज्य सभा में 2012 में सांसद मनोनीत किया गया था। उसके बाद से 348 दिनों की कार्यवाही में वह 23 दिनों तक सदन में रहे हैं।