कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा गुरुवार (30 मई) सुबह करीब 10 बजकर 30 मिनट पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर पहुंच गए। वाड्रा को गुरुवार सुबह 10.30 बजे बुलाया गया था और वह तय समय पर ईडी दफ्तर पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ पत्नी व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं। हालांकि, रॉबर्ट वाड्रा को छोड़ने के बाद प्रियंका वहां से चली गईं। अब ईडी के अधिकारी उनसे पूछताछ करेंगे।

ईडी के सामने पेश होने से पहले गुरुवार सुबह ही वाड्रा ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं भारतीय न्यायपालिका में अपना विश्वास बनाए रखने में अडिग हूं। मेरे पास आए सरकारी एजेंसियों के सभी समन/मानदंडों का पालन करूंगा। अब तक मैंने 11 बार लगभग 70 घंटे की पूछताछ का सामना किया है। भविष्य में भी मैं हमेशा की तरह सहयोग करूंगा, जब तक कि मेरा नाम सभी झूठे आरोपों से मुक्त नहीं हो जाता।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि उन्हें नई दिल्ली स्थिति एजेंसी के दफ्तर में सुबह करीब साढ़े दस बजे मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। ईडी ने पिछले ही हफ्ते वाड्रा को इस मामले में मिली अग्रिम जमानत रद्द करने के लिए अदालत का रुख किया था और तब दिल्ली हाई कोर्ट ने जवाब मांगते हुए वाड्रा को नोटिस जारी किया था।
Delhi: Robert Vadra arrives at the office of Enforcement Directorate in connection with a money laundering case. pic.twitter.com/DF5eJJhWGY
— ANI (@ANI) May 30, 2019
इस मामले में वाड्रा से दर्जनों बार पूछताछ कर चुकी ईडी ने दिल्ली हाई कोर्ट से कहा था कि उन्हें वाड्रा को हिरासत में लेने की जरूरत है, क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और निचली अदालत ने उन्हें राहत देने वाले आदेश में मामले की गंभीरता पर विचार नहीं किया।
वाड्रा के खिलाफ दर्ज ईडी का मामला लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्कॉयर में 19 लाख पाउंड कीमत की संपत्ति की खरीद में हुए धन शोधन के आरोपों से जुड़ा हुआ है। इस संपत्ति पर वाड्रा का कथित तौर पर मालिकाना हक है। एजेंसी ने दिल्ली की एक अदालत को बताया था कि उन्हें लंदन में वाड्रा से जुड़ी कई नयी संपत्तियों की सूचना मिली है। वाड्रा ने इन आरोपों को खारिज किया है तथा इसे अपने खिलाफ राजनीतिक वैमनस्य करार दिया है।