पेटीएम के सीईओ विजय शर्मा अपना यशभारती लेने 5 कालीदास मार्ग जा रहे थे, लेकिन रास्ते की जाम की वजह से उन्हें लगा वो पहुंच नहीं पाएंगे तब उन्होनें एक रिक्शा किया और रिक्शा लेकर ही 5 कालीदास मार्ग पहुंचे।
एक सीईओ के रिक्शे में सवार होने के कारण को जानने के लिए खुद मुख्यमंत्री बाहर आए और जाम के कारण को जाना। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रिक्शेवाले मनीराम पर उपहारों की बरसात कर दी।
बाहर आने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रिक्शा चालक से सवाल किया कहां आ गए हो? वह क्षेत्रीय भाषा में बोला, ”ई साहब लइ कै आएं हैं” उसने अपना नाम मनीराम बताया और कहा कि वह कालिदास मार्ग पर रात में रहता है।
रिक्शे पर ही सोता है। इसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रिक्शाचालक को न केवल नया रिक्शा, कुछ सौ रुपये दिए, बल्कि ई-रिक्शा व लोहिया आवास भी देने का वादा किया। साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने उसके बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने के निर्देश भी दिए।
एनडीटीवी की खबर के अनुसार रिक्शा चालक मनीराम रायबरेली के जंगलाट गांव का रहने वाला अनुसूचित जाति का व्यक्ति है।
मनीराम ने बताया कि उसने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि मार्टिनपुरवा के किसी व्यक्ति से 40 रुपये प्रतिदिन के किराये पर उसने रिक्शा ले रखा है।
बात करते-करते मनीराम रिक्शे पर सवार हो गया और मुड़कर जाने लगा, तब मुख्यमंत्री ने उसे रोका और अपने सचिव प्रांजल यादव को उसे नया रिक्शा दिलाने को कहा। रिक्शा चालक मनीराम के लिये दिपावली दो दिन पहले ही आ गई लक्ष्मी जी का वरदान बनकर।