नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से राजघाट तक निकाले जा रहे मार्च में पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम फायरिंग करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गोली चलाने वाले युवक की पहचान ‘राम भक्त गोपाल’ के रूप में हुई है और वह उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है। हमला करने से पहले युवक ने एक के बाद एक कई फेसबुक लाइव किए। इसमें एक फेसबुक पोस्ट में उसने लिखा था कि शाहीन बाग खेल खत्म। हमलावर के फेसबुक प्रोफाइल के बायो पर रामभक्त गोपाल नाम है हमारा, बायो में इतना काफी है। बाकी सही समय आने पर..जय श्री राम, लिखा है। जामिया प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाला युवक बड़े पैमाने पर नरसंहार करना चाहता था। उसने शाहीन बाग को जलियांवाला बाग बनाने की कसम खाई थी।
एक अन्य पोस्ट में उसने एक यूजर्स के पोस्ट पर लिखा था कि, “तुमसे आधे भी फॉलोअर मेरे होते तो शाहीन बाग का जलियांवाला बाग बना देता अब तक।” एक अन्य फेसबुक पोस्ट में उसने लिखा था, “मेरी अंतिम यात्रा पर, मुझे भगवा में ले जाए और जय श्री राम के नारे हो।”
जामिया-मार्च में पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम हवा में हथियार लहरा कर गोली चलाने वाले युवक ने गोली चलाने से पहले पिस्तौल को रूमाल से पकड़ा हुआ था। यह सनसनीखेज तथ्य वीडियो में साफ साफ दिखाई दे रहा है। मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, हमलावर ने रूमाल से पिस्तौल पकड़ा हुआ था, इससे उसकी बुरी मंशा साफ जाहिर होती है।
उधर मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, “गोली चलाने वाले ने साफ साफ चीख कर कहा, ‘लो ले तुम अब आजादी’ इसके बाद उसने गोली चला दी। गोली छात्रों की भीड़ की ओर पिस्तौल करके चलाई गई थी।’ गोली लगने से घायल युवक को तुरंत प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ‘गोली चलाने वाले ने ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए।’
दूसरी ओर इस घटना से हड़बड़ाई दिल्ली पुलिस ने आनन-फानन में मध्य दिल्ली स्थित जामा मस्जिद पर अतिरिक्त पुलिस बल बढ़ा दिया। क्योंकि इस मार्च को जामा मस्जिद पर ही पहुंचना था। जामा मस्जिद से इकट्ठे होकर भीड़ को राजघाट की ओर बढ़ना था। हालांकि, पुलिस ने मार्च को राजघाट की ओर जाने की अनुमति देने से साफ इंकार कर दिया था।