रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार (4 जुलाई) को लोकसभा में कहा कि पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी ने चेन्नई में जलसंकट पर किए अपने विवादास्पद ट्वीट पर ‘बेहद खेद’ जताया है। सिंह ने सदन से इस मामले पर विराम लगाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने बेदी की टिप्पणी पर ध्यान दिया है। बेदी ने अपनी टिप्पणी में चेन्नई में जल संकट के लिए तमिलनाडु की भ्रष्ट राजनीति को जिम्मेदार ठहराया है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि बेदी की टिप्पणी के मामले को सदन में द्रमुक नेता टी.आर. बालू ने बुधवार को उठाया भी था। उन्होंने कहा, “किरण बेदी ने बेहद खेद जताया है।” बेदी का बयान पढ़ते हुए सिंह ने कहा कि उन्होंने जो भी लिखा गया, वह लोगों के नजरिए से था और इसे उन्होंने निजी तौर पर साझा किया। यह ऐसे समय में आया जब लोग चेन्नई में पानी की कमी से परेशान थे।
बेदी ने जताया अफसोस
सिंह ने बेदी के हवाले से कहा, “मैं स्वीकार करती हूं कि इससे बचा जा सकता था और मुझे इस तरह से सार्वजनिक रूप से साझा नहीं करना चाहिए। मैंने भी इसे महसूस किया। इसलिए मैंने अपने साझा किए गए को डिलीट कर दिया।” बेदी ने कहा, “मैं तमिलनाडु के लोगों के प्रति बहुत ज्यादा सम्मान रखती हूं, जिस तरह से मैं पुडुचेरी के लोगों के लिए रखती हूं। बीते तीन सालों से पुडुचेरी के लोगों का मैं बेहद लगन के साथ सेवा कर रही हूं। मेरी कभी किसी को ठेस पहुंचाने की मंशा नहीं रही। किसी को ठेस पहुंचा हो तो बेहद अफसोस है।”
रक्षा मंत्री के किरण बेदी का बयान विपक्ष के व्यवधान के बीच पढ़ा। राजनाथ सिंह ने सदस्यों से बेदी के बयान के मद्देनजर मामले पर विराम लगाने का आग्रह किया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बेदी पर तमिलनाडु के लोगों का अपमान करने का अरोप लगाया।
क्या है पूरा विवाद
दरअसल, यह सारा विवाद किरण बेदी के डिलीट किए जा चुके उस ट्वीट से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने तमिलनाडु खासकर चेन्नई में पैदा हुई पानी की समस्या के लिए वहां की सरकार और भ्रष्ट राजनीतिज्ञों पर निशाना साधने की कोशिश की थी। अपने ट्वीट में राज्यपाल ने जल संकट के लिए, “खराब शासन, भ्रष्ट राजनीति, उदासीन अफसरशाही के साथ बहुत ज्यादा स्वार्थी और लोगों के कायर रवैये” को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, वो तमिलनाडु से सटे पुडुचेरी की उपराज्यपाल हैं, इसलिए उनका ये बयान बहुत बड़े विवाद की वजह बन गया और आखिरकार उन्हें इसे हटाकर माफी मांगनी पड़ गई। (इनपुट- आईएएनएस/पीटीआई के साथ)