राजस्थान में निकाय चुनावों में सत्ताधारी कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया है। राजस्थान के 20 जिलों के 90 निकायों के रविवार को घोषित अध्यक्ष पद के चुनाव परिणामों में 48 निकायों में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस और 37 निकायों में भाजपा ने बोर्ड बनाया है।
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 48 निकायों पर कांग्रेस के अध्यक्ष और 37 पर भाजपा के अध्यक्ष चुने गए है। वहीं राकांपा, आरएलपी के एक एक निकायों में बोर्ड बनाया है। वहीं, तीन निकायों में निर्दलीय उम्मीदवार अध्यक्ष पद के लिये चुने गए।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा शहरी क्षेत्रों के नगर निकायों में अपना वर्चस्व होने का दम्भ भरती रही लेकिन राजस्थान की जनता ने निकाय चुनावों में कांग्रेस पार्टी को 90 नगर निकाय चुनावों में से 50 नगर निकायों में अध्यक्ष पदो पर जीत दिलाकर भारतीय जनता पार्टी की जमीन को खिसका दिया। कांग्रेस 48 बोर्ड बनाने में सफल रही है तथा दो नगर निकायों में कांग्रेस के समर्थन से अध्यक्ष बने हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा अपने अन्दरूनी झगड़ों में उलझी हुई है और जनता के सरोकार से उसने दूरी बना ली है। उन्होंने कहा कि विगत चुनावों में भाजपा के 60 निकायों में प्रमुख थे और आज अध्यक्षीय चुनाव में भाजपा को 37 निकायों में ही सिमट गई है, जबकि कांग्रेस 48 बोर्ड बनाने में सफल रही है तथा दो नगर निकायों में कांग्रेस के समर्थन से अध्यक्ष बने हैं।
डोटासरा ने कहा कि राज्य में जब से राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी है उसके बाद से नवम्बर 2019 के 49 निकाय चुनाव में से 35 में, नवम्बर-2020 के 50 निकाय चुनावों में से 36 निकायों में कांग्रेस पार्टी ने बोर्ड बनाया था तथा 6 नगर निगम में से 4 निगमों में कांग्रेस बोर्ड बनाने में सफल रही। (इंपुट: भाषा के साथ)