दिल्ली के आध्यात्मिक विश्विद्यालय वीरेंद्र देव दीक्षित का आश्रम अवैध गतिविधियों के संचालन का केंद्र मिला है। दीक्षित के रोहिणी इलाके के विजय नगर में स्थित इस आश्रम पर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई टीम ने गुरुवार को करीब 9 घंटे तक जांच की। आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में छापेमारी के बाद महिला आयोग और पुलिस टीम ने बंधक बनाकर रखी गईं 41 नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पर आश्रम चलाने के नाम पर लड़कियों का यौन शोषण करता था। फिलहाल बाबा फरार है। हाई कोर्ट ने बाबा की आश्रम की जांच हाई कोर्ट को सौंप दी है। छापेमारी के दौरान पुलिस के साथ दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी मौजूद रहीं। छापेमारी के बाद स्वाति मालीवाल ने बताया कि बाबा के आश्रम में बड़ी मात्रा में अश्लील सामिग्री बरामद हुई है।
दिल्ली का एक एनजीओ ने आश्रम में महिलाओं का शोषण होने की शिकायत करते हुए हाईकोर्ट में शिकायत की थी। इसके बाद हाईकोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ ने मंगलवार को इस एनजीओ, महिला आयोग और पुलिस की स्पेशल टीम गठित कर आश्रम की जांच के आदेश दिए थे। इस मामले के सामने आने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने आश्रम के खिलाफ CBI जांच के आदेश दे दिए हैं।
सूत्रों का कहना है कि आश्रम में करीब दो सौ महिलाएं और लड़कियां रह रही हैं, जिसमें से 41 के नाबालिग होने की पुष्टि हुई है। पुलिस के अनुसार लड़कियां कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। बताया गया है कि लड़कियां बेसुध हालत में बाहर निकालीं गईं।