कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि पिछले कुछ वर्षों में नफरत को इस कदर सामान्य कर दिया गया है कि अब क्रिकेट भी इसकी चपेट में आ गया है।
राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में नफरत को इस कदर सामान्य कर दिया गया है कि हमारा प्रिय खेल भी इसकी चपेट में आ गया। भारत हम सभी का है, उन्हें हमारी एकता भंग मत करने दीजिए।’’
In the last few years, hate has been normalised so much that even our beloved sport cricket has been marred by it.
India belongs to all of us.
Do not let them dismantle our unity.— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 13, 2021
बता दें कि, कांग्रेस नेता ने यह टिप्प्णी उस वक्त की है जब दिग्गज घरेलू क्रिकेट वसीम जाफर पर उत्तराखंड टीम का कोच रहते हुए धार्मिक आधार पर चयन को प्राथमिकता देने का आरोप लगा है। जाफर ने चयन में दखल और चयनकर्ताओं तथा उत्तराखंड क्रिकेट संघ के सचिव के पक्षपातपूर्ण रवैये को लेकर मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था।
भारत के लिए 31 टेस्ट खेलने वाले वसीम जाफर ने कहा था कि टीम में मुस्लिम खिलाड़ियों को तरजीह देने के सीएयू के सचिव माहिम वर्मा के आरोपों से उन्हें काफी तकलीफ पहुंची। जाफर ने आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में बुधवार को कहा, ‘‘जो कम्युनल एंगल लगाया, वह बहुत दुखद है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैं इकबाल अब्दुल्ला का समर्थन करता हूं और उसे कप्तान बनाना चाहता था जो सरासर गलत है।’’
जाफर को पूर्व भारतीय कप्तान और कोच अनिल कुंबले का समर्थन मिला है जो अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की क्रिकेट समिति के प्रमुख भी हैं। इसके अलावा पूर्व भारतीय खिलाड़ियों इरफान पठान और मनोज तिवारी तथा मुंबई के पूर्व बल्लेबाज शिशिर हट्टनगढ़ी ने भी जाफर का समर्थन किया है। (इंपुट: भाषा के साथ)