बीजेपी-टीडीपी के बीच जारी घमासान के बीच आंध्र प्रदेश के समर्थन में उतरे राहुल गांधी

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आम बजट 2018 में आंध्र प्रदेश की अनदेखी से नाराज चल रही मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच कब तक गठबंधन जारी रहेगा इसका कोई समय निर्धारित नहीं है। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्‍य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर टीडीपी  सांसदों ने शुक्रवार (9 फरवरी) लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। बीजेपी-टीडीपी के बीच जारी घमासान के बीच अब नया मोड़ आ गया है।

File Photo: PTI

बजट में आंध्र प्रदेश को मिले आवंटन से नाराज राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के रूप में एक समर्थक मिल गया है। बजट सत्र के पहले सेशन के आखिरी दिन शुक्रवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का समर्थन किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर लिखा है, ‘कांग्रेस पार्टी आंध्र प्रदेश की जनता के वाजिब मांग के साथ खड़ी है। राज्य को विशेष राज्य का दर्जा मिले और पोलावरम प्रोजेक्ट जल्द से जल्द पूरा हो हम इस मांग में आंध्र की जनता के साथ हैं। यह वक्त है कि सभी पार्टी के लोग एकजुट होकर न्याय के लिए इस मांग का समर्थन करें।’

गौरतलब है कि इस साल के बजट से टीडीपी नाखुश है और खुलकर मोदी सरकार का विरोध कर रही है। दरअसल, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि साल के अंत में आंध्र प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों और टीडीपी-बीजेपी के बीच चल रही खींचतान के बीच कांग्रेस पार्टी अपने लिए संभावना भी तलाश रही है।

बता दें कि टीडीपी सांसद संसद के बजट सत्र के पहले चरण के अखिरी दिन शुक्रवार को भी गांधी प्रतिमा के पास आंध्र प्रदेश को पैकेज की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। वहीं लोकसभा और राज्यसभा में तेलुगू देशम पार्टी के सांसदों ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।

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Posted by जनता का रिपोर्टर on Thursday, 8 February 2018

वित्त मंत्री ने गुरुवार को लोकसभा में सांसदों की आश्वासन दिया था, बावजूद इसके टीडीपी इससे खुश नहीं है। शिवसेना पहले ही बीजेपी से नाता तोड़ने का ऐलान कर चुकी है और अब टीडीपी भी अलग रास्ते तलाश कर ही है। बजट में आंध्र प्रदेश को उचित फंड नहीं मिलने से नाराज टीडीपी ने कुछ दिन पहले ही संसदीय बोर्ड की बैठक की। उसके बाद यह बताया गया कि बजट के मसले को अगले कुछ दिन में सुलझा लिया जाएगा। लेकिन, यह मामला अभी तक नहीं सुलझा।

पिछले दिनों तेलुगू देशम पार्टी के अध्‍यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए से नाता तोड़ने के संकेत दिए थे। इसी के साथ उन्‍होंने कहा था कि वह अपनी दोस्‍ती पूरी तरह निभा रहे हैं, लेकिन अगर यह गठबंधन टूटता है तो इसके लिए बीजेपी ही जिम्‍मेदार होगी। उन्होंने कहा कि, ‘मैं मित्रपक्ष धर्म के चलते कुछ नहीं कहूंगा। उनके नेतृत्व को इस बारे में सोचना चाहिए।’

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