धारा 370 हटाए जाने और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुप्पी तोड़ते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के इस फैसले को गलत बताया है। उन्होने अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार के फ़ैसले की आलोचना करते हुए इसे सत्ता का दुरूपयोग बताया। साथ ही राहुल ने जम्मू-कश्मीर के नेताओं को जेल भेजने को भी असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है बताया है।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “कश्मीर के मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं को गुप्त स्थानों पर जेल में डाल दिया गया है। यह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है। ये बेवकूफाना फैसला है क्योंकि जब नेतृत्व ही नहीं होगा तो आतंकी इस नेतृत्व की कमी को भरने की कोशिश कर देंगे। कैद किए गए नेताओं को रिहा किया जाना चाहिए।”
Kashmir’s mainstream political leaders have been jailed at secret locations.
This is unconstitutional & undemocratic.
It’s also short sighted and foolish because it will allow terrorists to fill the leadership vaccum created by GOI.
The imprisoned leaders must be released.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 6, 2019
इससे पहले एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा, जम्मू-कश्मीर को तोड़कर राष्ट्रीय एकता नहीं हो सकती। चुने हुए प्रतिनिधियों को कैद करके और हमारे संविधान का उल्लंघन कर के राष्ट्रीय एकता को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। इस देश को यहां के लोगों ने बनाया है न कि जमीन के टुकड़ों द्वारा यह बना है। कार्यकारी शक्ति के इस गलत इस्तेमाल से राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ेगा।
National integration isn’t furthered by unilaterally tearing apart J&K, imprisoning elected representatives and violating our Constitution. This nation is made by its people, not plots of land.
This abuse of executive power has grave implications for our national security.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 6, 2019
बता दें कि, इससे पहले अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और सांसद फारूख अब्दुल्ला को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है, वह अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं। गृह मंत्री की ये टिप्पणी सदन में एनसीपी की सुप्रिया सुले द्वारा फारूख अब्दुल्ला के सदन में उपस्थित नहीं होने का जिक्र किये जाने पर आई।
सुप्रिया सुले ने सदन में अपनी सीट के पास वाली सीट की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज वो (फारूख) सदन में नहीं हैं, उनकी आवाज नहीं सुनी जा सकी। इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘‘ वो न तो हिरासत में हैं और न ही गिरफ्तार किया गया है, वो अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं।’’
ख़बरों के मुताबिक, केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पुलिस ने सोमवार शाम को राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला समेत चार नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला के अलावा जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेताओं सज्जाद लोन और इमरान अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के अलावा उमर अब्दुल्ला और स्थानीय नेता सज्जाद लोन को भी रविवार देर रात नजरबंद कर दिया गया था।