कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसे अंहकार छोड़कर किसानों को उनका अधिकार देना चाहिए।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण। किसान की मेहनत का हम सब पर कर्ज़ है। ये कर्ज़ उन्हें न्याय और हक देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियां मारकर और आंसू गैस चलाकर।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।’’
अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं,
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‘झूठ’ टीवी पर भाषण!किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है।
ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर।
जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2020
गौरतलब है कि, नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने केंद्र के वार्ता के प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को एक बैठक बुलाई है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली से लगे सीमाओं पर मंगलवार को लगातार छठे दिन डटे हुए हैं। किसानों को आशंका है कि इन कानूनों के कारण न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा।
किसानों ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह जब तक हमारी बात नहीं सुनते तब तक आंदोलन चलेगा। सरकार नहीं मानी तो और कड़ा कदम उठाएंगे। सरकार को हमारी बात माननी ही पड़ेगी, यह एतिहासिक लड़ाई है। हम लंबी लड़ाई के लिए आए हैं, कृषि क़ानून नहीं बदला तो सरकार का तख़्ता पलट देंगे।