कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (6 जनवरी) को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विभाजनकारी राजनीति के कारण भारत का बैंक कर्ज विकास 63 साल और रोजगार सृजन आठ साल के निचले स्तर पर चला गया। हालांकि भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने कई आर्थिक उपलब्धियां हासिल की हैं।

भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्ह राव ने राहुल के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए उन्हें निराशा और विषाद का पैरोकार बताया है। दरअसल, राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद को एक नया नाम दिया।उन्होंने एक ट्वीट में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में नया निवेश पिछले 13 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है। साथ ही बैंक के कर्ज कारोबार में वृद्धि 63 वर्षों में निम्नतम स्तर पर है।
उन्होंने कहा कि नौकरियों के मौके पिछले आठ सालों में सबसे कम हैं, सकल मूल्य वर्धन के आधार पर कृषि उत्पादन में वृद्धि की दर 1.7 फीसदी तक कम हुई और राजकोषीय घाटा पिछले आठ सालों में सबसे ज्यादा बढ़ा है और साथ ही परियोजनाएं भी बीच में लटकी हुई हैं।
कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट के साथ एक समाचार वेबसाइट की खबर भी पोस्ट की है जिसमें कहा गया है कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2017-18 में 6.5 प्रतिशत के चार साल के निचले स्तर पर रहने का अनुमान है।
FM Jaitley’s genius combines with Mr Modi’s Gross Divisive Politics (GDP) to give India:
New Investments: 13 year ⬇
Bank credit Growth: 63 year ⬇
Job creation: 8 year ⬇
Agriculture GVA growth: 1.7%⬇
Fiscal Deficit: 8 year?
Stalled Projects ?https://t.co/bZdPnREYiE— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 6, 2018
माल एवं सेवा कर जीएसटी के क्रियान्वयन की वजह से विनिर्माण क्षेत्र पर पड़े असर और कृषि उत्पादन कमजोर रहने से जीडीपी की वृद्धि दर चार साल के निचले स्तर पर रह सकती है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय सीएसओ ने राष्ट्रीय लेखा खातों का अग्रिम अनुमान जारी करते हुए यह कहा है।
बता दें कि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में जीडीपी की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही थी, जबकि इससे पिछले साल यह 8 प्रतिशत के उंचे स्तर पर थी। वर्ष 2014-15 में यह 7.5 प्रतिशत थी। राहुल के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के तहत भारत के आर्थिक मानक मजबूत हुए हैं।
राव ने ट्वीट कर कहा वि देख रहा है कि नरेन्द्र मोदी के तहत भारत एक प्रकाश पुंज के रूप में सफल हो रहा है जिस के साथ न्यूनतम मुद्रास्फीति, एफडीआई उच्चतम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, कारोबार करने की सुगमता और रिण साख बेहतर हुआ है। राहुल गांधी जी जैसे ग्लूम डूम पर्वेयर्स निराशा-विषाद के पैरोकार…जीडीपी को यह नहीं दिख सकता।
राव ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर को टैग किया है, जिसका शीर्षक है, भारत होगा पांचवीं विशालतम अर्थव्यवस्था।इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने भी अर्थव्यवस्था के हालात को लेकर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी छाने का जो डर व्याप्त था, वह सच साबित हुआ।
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भारत के मजबूत विकास के जो दावे मोदी सरकार करती रही थी, वह खोखले साबित हो गये। उन्होंने कहा कि आंकड़ों ने साफ कर दिया है कि किस प्रकार विकास दर नीचे जा रही है।