अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर सरकार पर अपना हमला जारी रखते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि अनियोजित लॉकडाउन ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़ दी और यह असंगठित क्षेत्र पर मोदी सरकार का तीसरा हमला था।
बुधवार को राहुल गांधी ने अपने वीडियो के चौथे सीरीज को जारी करते हुए कहा “गरीब, छोटे और मध्यम व्यवसायों में काम करने वाले, दिहाड़ी कमाने वाले लोग जो रोज कमाते हैं रोज खाते हैं, जब आपने बिना नोटिस के लॉकडाउन की घोषणा की तो आपने उन पर हमला किया।” गांधी ने अपनी बात दोहराई कि लॉकडाउन का परिणाम नहीं निकला क्योंकि भारत ब्राजील से आगे निकल गया और महामारी से दूसरा सबसे हिट देश बन गया। उन्होंने कहा “प्रधान मंत्री ने कहा कि लड़ाई 21 दिनों के लिए होगी, असंगठित क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी 21 दिनों में टूट गई”।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार ने पार्टी की सलाह पर कोई ध्यान नहीं दिया और जब लॉकडाउन के खुलने का समय आया तो कांग्रेस पार्टी ने कई बार सरकार से कहा कि गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी। राहुल गांधी ने कहा, “न्याय जैसी योजना को लागू करने की जरूरत है, पैसा सीधे बैंक खातों में जमा करना होगा। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्रों में कांग्रेस ने सुझाव दिया था कि छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए सरकार को एक पैकेज तैयार करना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, “उन्हें बचाने की जरूरत थी। बिना इस पैसे के वे नहीं बच पाएंगे, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। इसके बजाय सरकार ने सबसे अमीर 15-20 लोगों के लाखों करोड़ों के करों को माफ कर दिया”।
राहुल गांधी ने कहा “लॉकडाउन कोरोना पर हमला नहीं था बल्कि भारत के गरीबों पर हमला था। यह हमारे युवाओं, मजदूरों, किसानों और छोटे दुकानदारों और असंगठित क्षेत्र के भविष्य पर हमला था”।
अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ।
वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग।
मोदी जी का जनविरोधी 'डिज़ास्टर प्लान' जानने के लिए ये वीडियो देखें। pic.twitter.com/VWJQ3xAqmG
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 9, 2020
बता दें कि, इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने वीडियो में जीएसटी और नोटबंदी पर सवाल उठाए थे। राहुल गांधी ने कहा था कि जीएसटी यूपीए के आसान कराधान का विचार था लेकिन एनडीए ने इसे “जटिल और जटिल” बना दिया है। राहुल ने कहा, “एनडीए सरकार द्वारा लागू किया गया जीएसटी अलग है, यह बहुत जटिल है और इसे समझना बहुत मुश्किल है।” (इंपुट: आईएएनएस के साथ)