भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को वर्ष 2017 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिल सकता है। सोमवार को स्टॉकहोम में अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा होनी है। जिसमें आरबीआई के पूर्व गवर्नर भी नोबेल पुरस्कार पाने वाले संभावितों की सूची में शामिल हैं। बता दें कि राजन तीन साल तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे।

‘क्लैरिवेट ऐनालिटिक्स’ ने नोबेल पुरस्कार के संभावित विजेताओं की एक सूची तैयार की है, जिसमें रघुराम राजन को भी शामिल किया गया है। क्लैरिवेट ऐनालिटिक्स अकादमी और साइंटिफिक रिसर्च की कंपनी है। वह शोध के आधार पर नोबेल पुरस्कार के संभावित विजेताओं की सूची भी तैयार करती है।
‘वॉल स्ट्रीट जनरल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, राजन उन छह अर्थशास्त्रियों में से एक हैं, जिन्हें क्लैरिवेट ऐनालिटिक्स ने इस साल अपनी सूची में शामिल किया है। कॉर्पोरेट फाइनेंस के क्षेत्र में किए गए काम के लिए राजन का नाम इस सूची में शामिल किया गया है।
हालांकि, इस सूची में नाम आने का मतलब यह नहीं है कि राजन पुरस्कार पाने वालों में सबसे आगे हैं बल्कि वह इसे जीतने वाले संभावित दावेदारों में से एक हैं। क्लेरीवेट एनालिटिक्स नोबेल पुरस्कार के दर्जन भर संभावित विजेताओं की सूची अनुसंधान कार्य के आधार पर तैयार करती है।
रघुराम राजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अर्थशास्त्र में दुनिया के बड़े नामों में शुमार हैं। उन्हें सबसे कम उम्र (40) और पहले गैर पश्चिमी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का चीफ बनाया गया। राजन वर्तमान में शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में अर्थशा के प्रोफेसर हैं।