भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार (11 अगस्त) को कोलकाता में ममता सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बंगाल को घुसपैठियों का घर नहीं बनने देंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी शरणार्थियों के खिलाफ नहीं। रैली के दौरान उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस बांग्लादेश से घुसपैठ को संरक्षण दे रही है। ऐेसी सरकार को हटाना होगा।
इस दौरान अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बीजेपी अध्यक्ष ने ममता सरकार पर बंगाली चैनलों के सिग्नल को प्रभावित करने का आरोप लगाया। अमित शाह ने कहा कि रैली के दौरान अनेक प्रकार का व्यवधान डालने का काम किया गया। आज बंगाल की जनता रैली न देख पाए इसलिए सारे बांग्ला चैनलों को डाउन (बंद) कर दिया गया।
All Bengali TV channels have been asked not to broadcast my speech. In a democratic India, no one can take away the freedom of speech from us. Our party workers will visit every part of Bengal to share the malpractices of TMC : Shri @AmitShah #BJPForSonarBangla pic.twitter.com/aMEvqAb6IT
— BJP (@BJP4India) August 11, 2018
उन्होंने कहा कि अभी यह रैली बंगाल की जनता देख नहीं पा रही है। बीजेपी अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि ममताजी हमारी आवाज बंद करने से यह आवाज रूकेगी नहीं। मैं बंगाल के हर जिले में जाऊंगा और टीएमसी को उखाड़ दूंगा। लोकतंत्र का इतिहास उठाकर देख लीजिए, जिन्होंने भी आवाज दबाने का काम किया है वह खत्म हो गए।
पुण्य प्रसून बाजपेयी ने कसा तंज
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा ममता सरकार पर बंगाली न्यूज चैनलों के सिग्नल को प्रभावित किए जाने के आरोपों पर वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्वीट कर तंज कसा है। बाजपेयी ने ममता सरकार द्वारा चैनलों को बंद किए जाने के अमित शाह के बयान को शेयर करते हुए लिखा है, “वाक़ई देश में लोकतंत्र है…अभिव्यक्ति की आज़ादी होनी चाहिए…अच्छा लगा सुन कर”।
वाक़ई देश में लोकतंत्र है….
अभिव्यक्ति की आज़ादी होनी चाहिए….
— अच्छा लगा सुन कर pic.twitter.com/uNAuzikUkI— punya prasun bajpai (@ppbajpai) August 11, 2018
बता दें कि देश के प्रमुख हिंदी समाचार चैनल ABP न्यूज में पिछले दिनों भारी उथल पुथल देखने को मिला। मोदी सरकार के आलोचक के रूप में चैनल में कार्यरत प्रमुख नामों को या तो इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया गया या उन्हें रिपोर्ट ना करने के लिए निर्देश दे दिया गया। मोदी सरकार के कार्यों को लेकर सवाल पूछने वाले चैनल में कार्यरत कई पत्रकारों को तो जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है।
ABP न्यूज़ में 1-2 अगस्त को जो कुछ हुआ, वह काफी भयानक था। 24 घंटे के अंदर चैनल के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर और वरिष्ठ पत्रकार व एंकर पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ABP न्यूज से इस्तीफा दे दिया। प्रसून के अलावा अभिसार शर्मा को भी लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है। बता दें कि बाजपेयी का ‘मास्टर स्ट्रोक’ शो हर रोज सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे आता था।
माना जा रहा है कि मिलिंद खांडेकर और पुण्य प्रसून बाजपेयी की विदाई ‘मास्टरस्ट्रोक’ के कारण ही हुई है। देश के वरिष्ठ पत्रकारों में से एक बाजपेयी अपने शो ‘मास्टर स्ट्रोक’ से मोदी सरकार की नाकामियों और जनता से किए कथित झूठे वादों का सच उजागर कर रहे थे। जिसके चलते अब उन्हे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया है।