क्रिकेटर से राजनेता बने कांग्रेस नेता और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ समारोह में शामिल होने के बाद उनकी लगातार आलोचना हो रही है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिलने और और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठने को लेकर विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ अपने लोग भी उन्हें कोस रहे हैं। इस बीच भारत पहुंचते ही उन्होंने इन्हीं मामलों पर सफाई दी है।
पाक सेना प्रमुख से गले मिलने और पीओके के राष्ट्रपति के बगल में बैठने को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ही अंदाज में सफाई देने की कोशिश की है। सेना प्रमुख से गले लगने वाली बात पर उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख बाजवा आगे की सीट पर बैठे सभी मेहमानों से मिल रहे थे, उसी दौरान वह उनके पास भी आए। सिद्धू के मुताबिक पाक सेना प्रमुख ने उनसे कहा कि हम एक ही संस्कृति से संबंध रखते हैं। गुरुनानक देव की 500वीं जयंती पर गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए करतारपुर बॉर्डर खोल देंगे।
If you're invited as a guest of honour somewhere, you sit wherever you are asked to. I was sitting somewhere else but they asked me to sit there: Navjot Singh Sidhu on sitting beside President of PoK Masood Khan in the front row at Pak PM Imran Khan's oath ceremony in Islamabad pic.twitter.com/7Ak2638JF7
— ANI (@ANI) August 19, 2018
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अगर कोई (जनरल बाजवा) मेरे पास आता है और कहता है कि हमारी संस्कृति एक है और हम गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर बॉर्डर खोल देंगे, तो मैं और क्या कर सकता था?” वहीं, पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठने के बारे में पूछे गए सवाल पर कांग्रेसी नेता बोले, “अगर कहीं आपको सम्मान के साथ मेहमान के तौर पर बुलाया जाए तो आप वहीं बैठेंगे, जहां आपसे कहा जाएगा। मैं कहीं और बैठा हुआ था, मगर उन लोगों ने मुझे वहां बैठने के लिए कहा था।”
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जताई नाराजगी
इस बीच सिद्धू के पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी नाराजगी व्यक्त की है। सिंह ने रविवार को कहा, ‘जहां तक शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का सवाल है तो वह निजी तौर पर वहां गए थे और इसका हमसे कोई लेना-देना नहीं है।’ पीओके के राष्ट्रपति के पास बैठने को लेकर उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्हें (सिद्धू) पता न हो कि वह (मसूद) कौन थे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘लेकिन जहां तक पाकिस्तान के सेना प्रमुख से गले मिलने का सवाल है तो मैं इसके पक्ष में नहीं हूं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख को लेकर इस तरह उनके द्वारा स्नेह दिखाना गलत था।’ सिंह ने कहा कि हर रोज हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा को गले लगाना- मैं इसके खिलाफ हूं। वास्तव में इंसान को समझना चाहिए कि हमारे जवान हर रोज मारे जा रहे हैं?
#WATCH: Punjab CM Capt Amarinder Singh reacts on #NavjotSinghSidhu hugging Pakistan Army Chief Qamar Javed Bajwa during Pakistan PM Imran Khan's swearing-in ceremony yesterday, says 'It was wrong for him to have shown the affection towards the Pakistan Army Chief' pic.twitter.com/WcVSYcqGlN
— ANI (@ANI) August 19, 2018
पाक सेना प्रमुख से गले मिलने पर विवाद
बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कांग्रेस नेता और पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को दो बार सिद्धू को गले लगाया। इस दौरान दोनों के बीच संक्षिप्त बातचीत भी हुई। इससे देश में नया विवाद खड़ा हो गया है। सिद्धू के पाक अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान की बगल में बैठने को लेकर भी विवाद पैदा हो गया है।
शनिवार (18 अगस्त) को इमरान के शपथ ग्रहण के दौरान सिद्धू मेहमानों की पहली पंक्ति में पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान की बगल में न सिर्फ बैठे नजर आए बल्कि उनसे बातचीत भी की। वह संभवत: पहले भारतीय नेता हैं, जिनको किसी समारोह में पीओके के राष्ट्रपति के साथ बैठे देखा गया।