झारखंड की राजधानी रांची में लंबे समय से प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के ब्यूरो चीफ रहे वरिष्ठ पत्रकार पी.वी. रामानुजम ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली। उनका शव गुरुवार (13 अगस्त) को उनके मकान में बने दफ्तर में मिला। रामानुजम (55) के परिवार में पत्नी और एक बेटा है।
वह 35 साल तक पीटीआई से जुड़े रहे और इस दौरान वह कटक, दिल्ली और रांची में विभिन्न पदों पर रहे। पुलिस उनकी मौत से जुड़ी परिस्थितियों की जांच कर रही है। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, रामानुजम का अंतिम संस्कार रांची में शुक्रवार को किया जाएगा। किन कारणों से पत्रकार ने आत्महत्या की है अभी खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस मृतक की पत्नी का बयान लेगी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत अन्य लोगों ने वरिष्ठ पत्रकार की मौत पर शोक व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया कि रामानुजम का यूं चले जाना पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी पत्रकारिता से कई पत्रकारों को मार्गदर्शन एवं प्रेरणा मिली है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी संवेदना उनके परिजनों के साथ है। भगवान उन्हें दुःख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति दे।
रघुबर दास ने कहा, ‘‘रामानुजम बहुत सौम्य और व्यवहार कुशल व्यक्ति थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। मेरी संवेदना उनके परिजनों के साथ है। भगवान उन्हें यह दुःख सहन करने की शक्ति दे।’’
पीटीआई में रामानुजम के सहकर्मी उनकी मौत से शोकाकुल हैं। सभी उन्हें नि:स्वार्थ और मृदुभाषी और हमेशा सभी की मदद के लिए तत्पर व्यक्ति के रूप में याद करते हैं। पत्रकार पीवी रामानुजम करीब दो दशक से रांची में कार्यरत थे और वो रांची के राजभवन के निकट स्थित सरकारी र्क्वाटर में अपनी पत्नी के साथ रहते थे, इसी भवन से रांची स्थित पीटीआई का कार्यालय भी संचालित होता था। इस घटना से उन्हें जानने वाले सभी लोग स्तब्ध है और मीडिया जगत में शोक का माहौल है।