चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। उल्लेखनीय है कि 2014 में 16वीं लोकसभा का चुनाव नौ चरण में कराया गया था। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुये बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिये 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी की जायेगी। उल्लेखनीय है कि 2014 में 16वीं लोकसभा का चुनाव नौ चरण में कराया गया था। अरोड़ा ने बताया कि आम चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।
अरोड़ा ने चुनाव आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा के साथ संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल, तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल, चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल, पांचवें चरण का मतदान छह मई, छठवें चरण का मतदान 12 मई और सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा। अरोड़ा ने बताया कि 23 मई को मतगणना के आधार पर चुनाव परिणाम घोषित होगा। समूची चुनाव प्रक्रिया 27 मई को सम्पन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है।
अरोड़ा ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी होने के साथ ही चुनाव प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत होगी। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 लोकसभा सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान के लिये 19 मार्च को अधिसूचना जारी होगी। जबकि तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटों पर 23 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 28 मार्च को होगा।
वहीं, चौथे चरण में नौ राज्यों की 71 लोकसभा सीटों पर 29 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए दो अप्रैल को, पांचवें चरण में सात राज्यों की 51 सीटों पर छह मई को होने वाले मतदान के लिये दस अप्रैल को, छठवें चरण में सात राज्यों की 59 सीटों पर 12 मई को होने वाले मतदान के लिये 16 अप्रैल को और सातवें चरण में आठ राज्यों की 59 सीटों पर 19 मई को होने वाले मतदान के लिये 22 अप्रैल को अधिसूचना जारी होगी। अरोड़ा ने बताया कि 23 मई को मतगणना के आधार पर चुनाव परिणाम घोषित होगा। समूची चुनाव प्रक्रिया 27 मई को सम्पन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है।
लोकसभा के साथ 4 राज्य में होंगे विधानसभा चुनाव,जानिए पूरा शेड्यूल
चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा के गठन के लिये सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक होने वाले आम चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव कराने का फैसला किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुए बताया कि सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। उन्होंने बताया कि विधानसभा का कार्यकाल पूरा करने वाले राज्यों आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में भी विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही कराया जाएगा।
इन राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान, इन राज्यों की लोकसभा सीटों के लिये होने वाले मतदान के साथ ही होगा। अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के साथ नहीं होंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले साल जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग किए जाने के बाद मई से पहले राज्य में चुनाव कराना अनिवार्य है। जम्मू कश्मीर में सुरक्षा संबंधी जटिल हालात को देखते हुए राज्य में फिलहाल लोकसभा सीटों पर ही चुनाव होगा। जम्मू कश्मीर में विधानसभा का छह साल का कार्यकाल 16 मार्च 2021 तक निर्धारित था, लेकिन पिछले साल राज्य में सत्तारूढ़ पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूटने के कारण विधानसभा भंग कर दी गई थी। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार जम्मू कश्मीर को छोड़कर अन्य सभी राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल पांच वर्ष होता है।
देखिए, लाइव अपडेट्स:
- पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर चुनाव कराया जाएगा। दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटों पर, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटों पर, चौथे चरण में 9 राज्यों की 71 लोकसभा सीटों पर , पांचवें चरण में 7 राज्यों की 51 सीटों पर, छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटों पर, और आखिरी चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे।
- 7 चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल, दूसरा चरण 18 अप्रैल, तीसरा चरण 23 अप्रैल, चौथा चरण 29 अप्रैल, पांचवां चरण 6 मई, छठा चरण 12 मई और आखिरी चरण 19 मई को होगा। 23 मई को आएंगे नतीजे: चुनाव आयोग
- 23 मई को आएंगे लोकसभा चुनाव के नतीजे: मुख्य चुनाव आयुक्त
- नामांकन की पहली तारीख 18 मार्च होगी और आखिरी तारीख 25 मार्च तय की गई हैः मुख्य चुनाव आयोग
- लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न कराया जाएगाः मुख्य चुनाव आयुक्त
- सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों को आपराधिक रिकॉर्ड की देनी होगी जानकारी, चुनाव प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगीः मुख्य चुनाव आयुक्त
- मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- 2014 के 9 लाख मतदान केंद्रों की तुलना में इस लोकसभा चुनाव में लगभग 10 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे।
- सभी संवेदनशील इलाके में सीआरपीएफ की तैनाती होगी, रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर पर बैन रहेगाः चुनाव आयोग
- लोकसभा चुनाव के लिए देश भर में लागू हुई चुनाव आचार संहिता, किसी के भी द्वारा उल्लंघन करने पर सख्ती से निपटा जाएगा: चुनाव आयोग
- सभी मतदान केंद्रों पर VVPAT की व्यवस्था होगी, मतदाताओं की मदद के लिए वोटर असिस्टेंट बूथ हर मतदान केंद्र पर स्थापित किए जाएंगेः चुनाव आयोग
- चुनाव आयोग ने बताया- इस बार के लोकसभा चुनाव में 90 करोड़ मतदाता होंगे, जबकि पिछली बार 81.45 करोड़ वोटर्स थे, 18-19 साल के डेढ़ करोड़ मतदाता चुनाव में डालेंगे वोट।
- मुख्य चुनाव आयुक्त सनील अरोड़ा ने कहा कि 17वीं लोकसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर सभी एजेंसियों के राय ली।
- मुख्य चुनाव आयुक्त सनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फेंस शुरू कर दिया है। आयोग का यह प्रेस कॉन्फेंस विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में हो रहा है।
- मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है। चुनाव की घोषणा की तारीख से आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
- लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो सकता है।
- चुनाव आयोग थोड़ी देर में लोकसभा चुनाव 2019 के तारीखों की घोषणा करने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक 7-8 चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जा सकते हैं।
इससे पहले चुनाव आयोग पर तारीखों की घोषणा में देरी के आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में देरी को लेकर चुनाव आयोग पर निशाना साधा था। विपक्ष का कहना है कि यह देरी इसलिए की जा रही है, ताकि सरकार आचार संहिता लागू होने से पहले कुछ घोषणा कर सके। हालांकि, चुुनाव आयोग के अधिकारियों ने एनडीटीवी से बातचीत में विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया है।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी ने ट्विटर पर एक आंकड़ा शेयर किया है। इस आंकड़े के मुताबिक, 2004 में अधिसूचना 29 फरवरी, 2009 में अधिसूचना 2 मार्च और 2014 में 5 मार्च को अधिसूचना जारी हुई थी। ऐसे में देखा जाए तो इस बार चुनाव आयोग की अधिसूचना में देरी है। कुरैशी के आंकड़ों के मुताबिक, 2004 में 1 जून, 2009 में 30 मई, 2014 में 3 जून को लोकसभा का कार्यकाल खत्म हुआ था। इस बार 2 जून को लोकसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
The dates on which the schedule was announced was :
2004 – Feb 29,2004
2009 – March 2,2009
2014 – March 5,2014Due date for constitution of new house :
2004 – June 1
2009 – May 30
2014 – June 3
2019 – June 2 https://t.co/U1HEH9JqRz— Dr. S.Y. Quraishi (@DrSYQuraishi) March 9, 2019
2004 में चुनाव 20 अप्रैल से लेकर 10 मई के बीच 4 चरणों में, 2009 में 16 अप्रैल से लेकर 13 मई के बीच पांच चरणों में और 2014 में 7 अप्रैल से लेकर 12 मई के बीच नौ चरणों में चुनाव संपन्न हुआ था। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होना है। लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल से 12 मई तक हुआ था। लोकसभा चुनाव 2014 में वोटों की गिनती 16 मई को हुई थी और उस दिन पता चल गया था कि बीजेपी ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।