बेंगलुरु की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के एक दिन बाद और टूलकिट मामले को लेकर निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए जाने के मद्देनजर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि भारत चुप नहीं रहेगा। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उन्हें तत्काल रिहा करने की मांग की है।
हिंदी के एक दोहे का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि भारत चुप नहीं रहेगा। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, “बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे। बोल कि सच ज़िंदा है अब तक! वो डरे हैं, देश नहीं! भारत चुप नहीं बैठेगा।”
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे
बोल कि सच ज़िंदा है अब तक!वो डरे हैं, देश नहीं!
India won’t be silenced. pic.twitter.com/jOXWdXLUzY
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 15, 2021
दिशा रवि की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा, ‘डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।’
डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से
फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से#ReleaseDishaRavi #DishaRavi#IndiaBeingSilenced— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 15, 2021
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस द्वारा ‘टूलकिट’ मामले की जांच में जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे ‘लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला’ करार दिया। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ’21 वर्षीय दिशा की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है।’
Arrest of 21 yr old Disha Ravi is an unprecedented attack on Democracy. Supporting our farmers is not a crime.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 15, 2021
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहित राहुल गांधी, शशि थरूर और अरविंद केजरीवाल सहित किसान संगठनों ने भी दिशा की गिरफ्तारी का विरोध किया है। दूसरी ओर भाजपा के सांसद पीसी मोहन ने दिशा की गिरफ्तारी का विरोध करने वालों पर तंज कसते हुए कहा है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है और उम्र महज एक संख्या है।
दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर अभियान के संस्थापकों में से एक हैं और उन्होंने कथित रूप से टूलकिट को संपादित किया और इसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया। उन्हें शनिवार को बेंगलुरू के सोलादेवनहल्ली इलाके में उनके घर से हिरासत में लिया गया था।
दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को टूलकिट बनाने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए, 120-ए और 153-ए के तहत राजद्रोह, आपराधिक षड्यंत्र और घृणा को बढ़ावा देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी। इस टूलकिट को बाद में वैश्विक जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा साझा किया गया था।
पुलिस ने दिशा रवि को दस्तावेज के निर्माण और प्रसार में एक महत्वपूर्ण साजिशकर्ता बताया है और कहा है कि उसने एक व्हाट्सएप समूह शुरू किया था और दस्तावेज का मसौदा तैयार करने के लिए सहयोग किया था।
बेंगलुरु मध्य से भाजपा सांसद पीसी मोहन ने दिशा की गिरफ्तारी के खिलाफ मोर्चा खोलने वालों को कड़ा जवाब दिया। उन्होंने लिखा, ‘बुरहान वानी 21 साल का था, अजमल कसाब 21 साल का था। उम्र सिर्फ एक नंबर है। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, कानून अपना काम करेगा। अपराध सिर्फ एक अपराध है।’
दिशा रवि बेंगलुरु के एक निजी कॉलेज से बीबीए की डिग्री धारक हैं और वह ‘फ्राइडेज़ फॉर फ्यूचर इंडिया’ नामक संगठन की संस्थापक सदस्य भी हैं। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)