झारखंड के चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र के बहेरा गांव में शुक्रवार(23 जून) की देर रात पुलिस ने कथित तौर पर घर से निकालकर एक मुस्लिम युवक को गोली मार दी, जिसमें युवक की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और देर रात को ही काफी संख्या में लोग अपनी घरों से निकलकर शव के साथ सड़क जाम कर दिया। घर से निकालकर गोली मारने के आरोप में एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया है।

मरने वाले युवक का नाम मोहम्मद सलमान उर्फ राजा है। परिजनों का आरोप है कि कि पुलिस ने घर से जबरदस्ती निकालकर सलमान को युवक को गोली मार दी और वहां से भाग निकले। पुलिस की इस कार्रवाई से परिजनों सहित ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
मृतक युवक सलमान के पिता अब्दुल जब्बार ने फोन पर BBC को बताया कि उनके बेटे की उम्र 19 साल थी और वो कोयला खदान में मजदूरी करता था। अब्दुल ने बताया कि शुक्रवार को मजदूरी मिलने के बाद देर रात में वे अपने लिए नए कपड़े, बेल्ट, इत्र, जूते- चप्पल लेकर आया था। वो बहुत खुश था और घर के लोगों से पूछ रहा था कि ये कपड़े अच्छे तो हैं ना।
उन्होंने कहा कि आखिरी जुमे के बाद सभी लोग ईद की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन पुलिस ने घर से निकालकर उनके बेटे की छाती पर तीन गोलियां दाग दीं। वे लोग सलमान के गुनाह के बारे में पूछते रहे, लेकिन पुलिस ने कुछ बताया नहीं और घर से करीब 50 मीटर की दूरी तक घसीट कर ले गए।
जब्बार ने बीबीसी को बताया कि गोलियां चलने की आवाज सुनाई पड़ी, हम सभी लोग वहां पहुंचे तो देखा कि मेरा बेटा सलमान खून से लथपथ था। गांव में रहने वाले मोहम्मद असलम ने बीबीसी को बताया कि यकीन मानिए पुलिस ने दरिंदों की तरह इस घटना को अंजाम दिया। क्योंकि सलमान पर कोई मामला भी दर्ज नहीं है।
चतरा के उपायुक्त संदीप सिंह ने बीबीसी को जानकारी दी है कि इस मामले में पिपरवार थाना के एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। उपायुक्त का कहना है कि प्रारंभिक तफ्तीश और पूछताछ में पुलिस पर लगे आरोप गंभीर प्रतीत हो रहे हैं। फिलहाल मामले की जांच जारी है।