‘चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के समापन समारोह’ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (10 अप्रैल) को बिहार के मोतीहारी में जनता को संबोधित किया। स्वच्छता अभियान में बिहार सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 100 वर्ष पहले का इतिहास खुद को दोहरा रहा है और चंपारण की इस पवित्र भूमि से स्वच्छता एवं स्वच्छाग्रहियों के जन आंदोलन की तस्वीर पेश कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्षों में देश में साढे तीन सौ से ज्यादा जिले और साढे तीन लाख से ज्यादा गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर चुके हैं। हालांकि, अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बिहार में नीतीश सरकार द्वारा बनवाए गए शौचालयों के बारे में लोगों को बता रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जो आंकड़ा पेश किया वह वाकई अविश्वसनीय है।
स्वच्छता कार्यक्रम में बिहार सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50 प्रतिशत से कम था। लेकिन मुझे बताया गया कि एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बाधा को तोड़ दिया। पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8 लाख 50 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है। अगर प्रधानमंत्री मोदी के दावों पर यकीन किया जाए तो बिहार में हर घंटे 5059 शौचालय यानी हर मिनट 84 शौचालयों का निर्माण हुआ है। बता दें कि एक सप्ताह में सात दिन होते हैं और अगर इसे दिन में तब्दील करें तो 24 घंटे यानी सात दिन में 168 घंटे हुए। सबसे हैरानी की बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रस्तुत इस जादुई आंकड़े को खुद बिहार की नीतीश सरकार ने खारिज कर दिया है।
बीबीसी के मुताबिक, बिहार सरकार का कहना है कि इन साढ़े आठ लाख शौचालयों का निर्माण बीते एक सप्ताह नहीं बल्कि चार सप्ताह के दौरान हुआ है। बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के सीईओ सह मिशन डायरेक्टर बालामुरुगण डी ने बीबीसी को फोन पर बताया कि, “13 मार्च से लेकर 9 अप्रैल के बीच 8.50 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया।”
उनके मुताबिक बीते करीब डेढ़ बर्षों के दौरान की गई तैयारियों से ऐसा संभव हुआ। जिनमें राज-मिस्त्रियो की ट्रेनिंग से लेकर व्यापक जागरूकता अभियान शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में अभी करीब 86 लाख शौचालय हैं। वहीं अब भी आधे से भी कम करीब 43 फीसदी घरों में ही शौचालय उपलब्ध है। बिहार का कोई भी जिला अब तक खुले में शौच से मुक्त नहीं घोषित हुआ है। सरकार के दावों के मुताबिक रोहतास जिला बिहार का पहला ऐसा जिला बनने के करीब है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दावों पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी चुटकी ली है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री के इस गड़बड़ आंकड़ें से बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भी सहमत नहीं होंगे।
PM claimed 8.50 Lacs toilets made just in a week in Bihar.
1 week= 7 Days
1 Day= 24 Hrs
7 Days= 168 Hrs
1 Hour= 60 MinsSo
850000%168=5059 Toilets per Hr
5059/60 = 84.31 Toilets per minSuch a big goof-up from PM Sahab. I believe even CM Bihar won’t agree on such false claims
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 10, 2018