तीन तलाक पर जारी बहस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की है कि वो इसके खिलाफ खुद सामने आएं। पीएम ने शनिवार(29 अप्रैल) को भगवान वसवेश्वर जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह अपील की। साथ ही पीएम ने कहा कि पीएम ने कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।

इस दौरान पीएम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्ध तबके से अपील करते हुए यह भी कहा कि इस व्यवस्था की खामियों से बेटियों को बचाने के लिए उनको आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमान समुदाय से भी प्रबुद्ध लोग पैदा होंगे और मुस्लिम बेटियों पर जो बीत रही है उसके खिलाफ आवाज उठाएंगे।
उन्होंने मुस्लिम समाज से अपील करते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ हैं। मुझे उम्मीद है कि मुस्लिम समाज से कुछ प्रबुद्ध लोग आगे आएंगे और मुस्लिम समाज की बेटियों के साथ जो गुजर रही है उससे उनको राहत दिलाएंगे।
Muslim samaj se prabudh log aage ayenge, Muslim betiyon ke sath jo guzar rahi hai uske khilaf ladai ladenge;rasta nikalenge: PM #TripleTalaq pic.twitter.com/pmAiQKx57W
— ANI (@ANI) April 29, 2017
मोदी ने कहा कि मैं भारत की महान परंपरा को देखते हुए मेरे भीतर एक आशा का संचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मेरे मन में एक आशा जगती है कि इस देश में समाज के भीतर से ही लोग निकलते हैं, जो बुरी परंपराओं को तोड़ते हैं और आधुनिक परंपराओं को विकसित करते हैं।
मोदी ने कहा कि मैं मुस्लिम समाज से आग्रह करुंगा की तीन तलाक के मुद्दे को राजनीति के दायरे मत आने दीजिये। आप लोग आगे आकर इसका समाधान कीजिए। उन्होंने कहा कि भारत के प्रबुद्ध मुसलमान न केवल देश में बल्कि दुनिया को तीन तलाक से निपटने का रास्ता दिखाएंगे।
इससे पहले पीएम ने कहा कि भारत की इतिहास सिर्फ हार, गुलामी, गरीबी के अलावा सांप और नेवले की लड़ाई का नहीं रहा है। भारत ने सत्याग्रह, गुड गवर्नेंस का संदेश दुनिया को दिया है। बता दें कि पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय आया है जब तीन तलाक का मसला सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के समक्ष लंबित है और जल्द ही इस पर फैसला देने वाली है।