‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए साल के आखिरी दिन 39वीं बार PM मोदी ने राष्ट्र को किया संबोधित, जानिए महत्वपूर्ण बातें

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‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए साल के आखिरी दिन यानी रविवार(31 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 39वीं बार देश की जनता को संबोधित किया। पीएम मोदी इस कार्यक्रम के जरिये विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं, उन्होंने अपने संबोधन में देशवासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी।

पीएम मोदी ने अपने मन की बात में कहा कि, 1 जनवरी 2018 लोकतंत्र के लिए खास है, 21वीं सदी में नए मतदाता को वोट नए भारत का निर्माण करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि, ‘मन की बात’ का इस वर्ष का यह आख़िरी कार्यक्रम है और संयोग देखिए कि आज, वर्ष 2017 का भी आख़िरी दिन है।

इस पूरे वर्ष बहुत सारी बातें हमने और आपने साझा कीं। विचारों का ये आदान-प्रदान, मेरे लिए हमेशा नई ऊर्जा लेकर आता है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज इस मन की बात के कार्यक्रम में मैं देश के युवाओं से बात करना चाहता हूं।

जानिए ‘मन की बात’ की कुछ मुख्य बातें :

साथ ही उन्होंने कहा कि, हम सब ईसा मसीह की महान शिक्षाओं को याद करते हैं और उन्होंने जिस बात पर सबसे अधिक बल दिया वह था।विकास को हमें जनआंदोलन बनाने की है जरूरत, आज युवाओं के लिए ढेर सारे अवसर पैदा हुए हैं।

आगे उन्होंने कहा कि, समय की मांग है कि हम 21वीं सदी के भारत के लिए विकास, प्रगति का जनआंदोलन का आयोजन करें। मेरा विश्वास है कि हमारे ऊर्जावान युवाओं के कौशल और ताकत से ही ‘New India’ का सपना सच होगा।

पीएम मोदी ने कश्मीर की अंजुम का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीर के प्रशासनिक सेवा के टॉपर अंजुम का जीवन प्रेरणा देता है। पीएम ने कहा कि आतंकवाद और भय के माहौल में अंजुम ने कलम की ताकत दिखाई है। आज वह देश के सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है।

उत्साह से भरा व्यक्ति अत्यन्त बलशाली होता है। पाज़िटिविटी और उत्साह से भरे व्यक्ति के लिए कुछ भी असंभव नहीं। मुझे बहुत खुशी हुई कि भारी संख्या में लोगों ने सोशल मीडिया पर रिस्पॉन्स दिया।

साथ ही उन्होंने कहा कि, कुछ देशवासियों ने इस वर्ष के उन घटनाक्रमों को साझा किया जिनका उनके मन पर विशेष प्रभाव पड़ा, सकारात्मक प्रभाव पड़ा। कुछ लोगों ने अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों को भी शेयर किया।

उन्होंने अपने मन की बात में स्वच्छता पर जोर देते हुए कहा कि, स्वच्छता केवल सराकर करे ऐसा नहीं है, यह नागरिकों की भी जिम्मेदारी है। शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर की उपलब्धियों का आकलन करने के लिए आगामी 4 जनवरी से 10 मार्च 2018 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2018’ किया जाएगा।

मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि, 26 जनवरी हमारे लिए एक ऐतिहासिक-पर्व है। इस वर्ष 26 जनवरी 2018 का दिन, विशेष रूप से याद रखा जाएगा क्योंकि इस वर्ष गणतंत्र-दिवस समारोह में सभी दस आसियान देशों के नेता मुख्य-अतिथि के रूप में भारत आएंगे।

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