केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि प्लास्टिक और पॉलीमर आधारित बैंक नोट छापने का फैसला लिया गया है।
प्लास्टिक मनी से नकली नोट के चलन को रोकने में मदद मिलेगी। इसीलिए सरकार जल्द ही कागज की जगह प्लास्टिक के नोट लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कच्चे माल की खरीद शुरू हो गई।
मीडिया रिर्पोट्स के अनुसार, सरकार ने शुक्रवार को संसद को बताया कि उन्होंने प्लास्टिक करेंसी छापने का निर्णय लिया है। इसके लिए मटीरियल की खरीद भी शुरू की जा चुकी है। प्लास्टिक नोटों के लिए कमिटी बना दी गई है। संसद में दिए गए एक लिखित जवाब में वित्त राज्यमंत्र ने बताया, “प्लास्टिक या पॉलीमर सब्सट्रेट से प्लास्टिक के नोटों की छपाई का निर्णय लिया गया है।इसके लिए शुरुआती प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।”
रिजर्व बैंक काफी लंबे समय से प्लास्टिक करेंसी लाने की योजना बनाता रहा है। फरवरी 2014 में सरकार ने संसद को बताया था कि 10 रुपये के नोट के रूप में 1 अरब रुपये के प्लास्टिक नोट छापे जाएंगे। ट्रायल के लिए इन्हें पांच शहरों, कोच्चि, मैसूर, जयपुर, शिमला और भुवनेश्वर में चलाया जाएगा।