सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों के लिये उचित पुनर्वास की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के धार जिले के चिखल्दा गांव में बैठी नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर का अनिश्चितकालीन उपवास 11वें दिन भी जारी रहा। इससे उनकी हालत और बिगड़ गई है।
पाटीदार समाज सहित कई संगठनों ने अपना समर्थन देने की घोषणा की है। इसी बीच, केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने ट्विटर पर मेधा से अनशन तोडने का अनुरोध किया। पाटीदार समाज के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र पाटीदार ने बताया, ‘‘मैं अपने साथियों के साथ चिखल्दा पहुंचा और वहां पर सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ बिगुल बजाने वाली मेघा पाटकर को खुला समर्थन देने का पत्र सौंपा।’’ उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में पाटीदार समाज के लोग आपके साथ हैं।
मेधा के धरने के दौरान क्षेत्र में नौ दिनों से कैंप लगाए अपर कलेक्टर डीके नागेन्द्र ने बताया कि मेधा पाटकर का मेडिकल परीक्षण किया गया था. उसमें ग्लुकोस की कमी और लो ब्लड प्रेशर (रक्तचाप की कमी) की रिपोर्ट आई थी। सुबह भी पुनः दोबारा मेडिकल के लिए टीम गई लेकिन, मेधा एवं उनके साथ अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे अन्य आंदोलनकारियों ने मेडिकल कराने से मना कर दिया।
किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर में सरकार की दमनकारी कार्रवाई से आहत पाटीदार समाज के नेता ने महेन्द्र पाटीदार ने बताया, ‘‘मैं दो-तीन दिन इस बांध से प्रभावित होने वाले नर्मदा घाटी में जाऊंगा और इसके बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।’’